प्रयागराज: माघ मेले के अंतिम स्नान पर्व माघी पूर्णिमा की भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जबरदस्त तैयारी की जा रही है। इस स्नान पर्व के बाद कल्पवासी घरों को लौटेंगे, इसलिए मेला प्रशासन की ओर से उनकी सकुशल वापसी पर जोर दिया जा रहा है। उनके लौटने के लिए माघ मेला में अलग मार्ग निर्धारित किए जा रहे हैैं। मेला प्रशासन का दावा है कि अंतिम स्नान पर्व लगभग 25 लाख श्रद्धालु पावन संगम में डुबकी लगाएंगे।
स्नान घाटों से लेकर मार्गों को भी दुरुस्त कराया जा रहा है
नौ फरवरी को होने वाले इस स्नान पर्व पर सुरक्षा से लेकर अन्य प्रबंध कर लिए गए हैैं। स्नान घाटों से लेकर मार्गों को भी दुरुस्त कराया जा रहा है। संगम के सरकुलेटिंग एरिया और गंगा के अन्य स्नान घाटों पर लगाई गई बोरियों को व्यवस्थित करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। शुक्रवार तक इन्हें ठीक कर लिया जाएगा। घाटों पर नया कांसा भी बिछाया जाएगा। इसके अलावा चकर्ड प्लेटों की सड़कों को भी दुरुस्त किया जा रहा है। पांटून पुलों को भी भीड़ के मद्देनजर ठीक कराया जा रहा है। स्नान घाटों पर बिजली के पोल और वॉच टॉवर भी दुरुस्त किए जा रहे हैैं।
खास बातें
– 09 फरवरी को भोर से ही संगम में लगने लगेगी पुण्य की डुबकी
– 25 लाख श्रद्धालुओं के माघी पूर्णिमा पर स्नान करने का अनुमान
वापस लौटने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व यातायात व्यवस्था चौकस
मेले से वापस लौटने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा से लेकर यातायात व्यवस्था चौकस की जा रही है। स्नान घाटों पर पुलिस, पीएसी के साथ ही जल पुलिस और गोताखोरों को तैनात किया जा रहा है। अद्र्धसैनिक बलों के जवानों तथा एसडीआरएफ की टीमें भी मुस्तैद रहेंगी। जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट शनिवार शाम से ही तैनात कर दिए जाएंगे। मेला से घर वापसी के दौरान कल्पवासियों के वाहन जाम न फंसे, इसके लिए व्यापक तैयारी की जा रही है।
बोले मेलाधिकारी रजनीश मिश्र
मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र कहते हैं कि माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व पर माघी पूर्णिमा को लेकर तंबुओं की नगरी में श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त प्रबंध किए जा रहे हैैं। कल्पवासियों के सकुशल घर वापसी पर जोर होगा।