फर्रुखाबाद: महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 123वीं जयंती पर याद किया गया। शहर में जगह-जगह कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। वहीं विभिन्न स्थानों पर लगी उनकी प्रतिमाओं पर लोगों ने माल्यार्पण किया।
नगर के बद्री विशाल डिग्री कालेज में लगी नेता जी की प्रतिमा पर विभिन्य संगठनों नें माल्यार्पण किया| क्रन्तिकारी प० रामनारायण आजाद के पौत्र बॉबी दुबे नें कहा कि कहा कि आज से 123 वर्ष पूर्व नेताजी सुभाषचंद्र बोस के रूप में एक महामानव ने जन्म लिया था। हजारों वर्ष में इनके जैसा एक वीर जन्म लेता है। उन्होंने अपना नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित करा लिया। नेताजी ने ना केवल भारतवर्ष को आजाद कराने का ताना-बाना बुना था, बल्कि आजादी के बाद भारत को कैसे आगे ले जाना है, उसकी रूपरेखा भी उन्होंने उसी समय बना ली थी।
नमामि गंगे के जिला संयोजक रवि मिश्रा नें कहा कि वे युवा शक्ति को देश के विकास में आगे ले जाने का ख्वाब देखते थे। उनके भाषण से युवाओं में इतना जोश भर जाता था कि वे अंजाम की परवाह किए बगैर कुर्बानी देने के लिए कूद पड़ते थे।
अन्तर्राष्ट्रीय न्यायिक मानवाधिकार संरक्षण के जिलाध्यक्ष आदित्य दीक्षित नें नेताजी के जीवन व देश के लिए उनके योगदान के बारे में बताया| इस दौरान कृष्ण कान्त त्रिपाठी अक्षर, सौरभ शुक्ला, रवि वाजपेयी आदि रहे|