लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विपक्ष के दुष्प्रचार की पोल खोलने के लिए भाजपा के शीर्ष नेता उत्तर प्रदेश में रैलियां करने जा रहे हैं। इसके लिए क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ ही प्रभारियों को बैठकें लेकर कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने को कहा गया है। प्रदेश के छह क्षेत्रों में प्रस्तावित शीर्ष नेताओं की रैली सफल बनाने के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 21 जनवरी को लखनऊ में रैली करेंगे। भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा आगरा में 23 जनवरी को रैली करेंगे, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 22 जनवरी को मेरठ में रैली करेंगे। इसके साथ गोरखपुर में 19 जनवरी को आयोजित रैली के मंच पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान मौजूद रहेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि सीएए का विरोध कर रहे कांग्रेस, सपा व अन्य विपक्षी दलों की साजिश के बारे में लोगों को बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर सरकार एक कदम भी पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने बताया कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भाजपा अब शरणार्थियों की बस्तियों में अभियान चला रही है। सोमवार को मेरठ जिले के हस्तिनापुर में बंगाली बस्ती अभियान की शुरुआत कर दी गई है।
स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि अममून सभी जिलों में पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश से आए हिन्दु, सिख, बौद्ध, पारसी, ईसाई व जैन धर्म मानने वाले परिवार मौजूद है। ऐसे लोग चिन्हित किए जा चुके है। उनको नागरिकता देने में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने में मदद की जाएगी। प्रवक्ता संजय राय ने बताया कि जिलों की पद यात्राओं में जिस तरह जनसैलाब उमड़ा है। उससे रैलियों का ऐतिहासिक होना तय है।
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