फर्रुखाबाद: बुधवार को जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें नौनिहालों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर किया बाल स्वास्थ्य पोषण माह का शुभारम्भ किया|
बाल स्वास्थ्य पोषण माह का बुधवार को नगर के सिविल अस्पताल लिंजीगंज में जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने विटामिन ए की खुराक पिलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा की सभी नें मिलकर पोलियो की बीमारी को देश से खात्मा किया है|उसी तरह हम अपने बच्चों को विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलायें | इससे आपके बच्चों की आँखों की रोशनी तो बढ़ेगी ही साथ ही बच्चा रतौंधी और कुपोषण से भी बचा रहेगा |
उसी तरह से हम अभियान के दौरान बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलायें| मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ०चंद्रशेखर ने कहा कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह का यह कार्यक्रम 18 जनवरी तक चलेगा। इसके अन्तर्गत प्रत्येक बुधवार एवं शनिवार को शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण स्थल पर नौ माह से पाँच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी, तथा टीकाकरण से छूटे बच्चों का टीकाकरण व बच्चों का वजन लिया जायेगा।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० दलवीर सिंह ने लोगों का आह्वान किया कि वे अपने 09 माह से 05 वर्ष तक बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलायें, जिससे बच्चों में रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि हो सके।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात बर्मा ने बताया कि बाल स्वास्थ्य पोषण माह के अन्तर्गत लगभग करीब 2.34 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। ।
उन्होंने बताया कि इस अभियान में नियमित टीकाकरण के दौरान लक्षित बच्चों के साथ आंशिक प्रतिरक्षित बच्चों को भी प्रतिरक्षित किया जायेगा। यूनिसेफ के डीएमसी तारिक ने बताया कि विटामिन ए आँखों की रोशनी के लिये अत्यंत आवश्यक होता है। साथ ही यह संक्रामक रोगों से बचाता है। यह विटामिन शरीर में अनेक अंगों को सामान्य रूप में बनाये रखने में मदद करता है जैसे कि त्वचा, बाल, नाखून, ग्रंथि, दाँत, मसूड़ा और हड्डी। सबसे महत्वपूर्ण स्थिती जो कि सिर्फ विटामिन ए के अभाव में होती है, वह है अंधेरे में कम दिखाई देना, जिसे रतौंधि कहते हैं। इसके साथ आँखों में आँसूओं के कमी से आँखें सूख जाती हैं और उनमें घाव भी हो सकते हैं। बच्चों में विटामिन ए के अभाव में विकास भी धीरे हो जाता है, जिससे कि उनके कद पर असर कर सकता है।
विटामिन ए के स्रोत
साग, गाजर, हरी सब्जियाँ, शकरकंद, मकई के दाने, अंडे, मक्खन, दूध, टमाटर, मछली, कक्कू, ब्रोकली आदि में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पायी जाती है। इस अवसर पर सिविल अस्पताल लिंजीगंज के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मो. आरिफ़, आईओ साधना, यूनिसेफ के डीएमसी तारिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन से आशिम, यूएनडीपी के मानव शर्मा, आईसीडीएस से मीना, डॉ दीपक, डॉ नवनीत, बीएमसी सल्तनत, सादिया एएनएम निशा देवी औए स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता मौजूद रहे |