कानपुर: शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम की तैयारियां तेज हैं। उनके साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, कई केंद्रीय मंत्री, मुख्य और प्रमुख सचिव आएंगे। ऐसे में उनकी सुरक्षा और फ्लीट के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है। प्रधानमंत्री की फ्लीट में बुलेटप्रूफ के साथ ही 36 वाहनों का काफिला अत्याधिक खूबियां से लैस होगा। राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों के काफिले में 162 वाहन होंगे। इसमें प्रधानमंत्री के साथ चलने वाले वाहन भी शामिल हैं।
कल सुबह होगी फ्लीट की रिहर्सल
जिला प्रशासन ने 12 दिसंबर की सुबह वाहन बुलाए हैं। उनका फ्लीट रिहर्सल कराया जाएगा। पुलिस लाइन में फिटनेस और अन्य सुविधाओं का जायजा लिया जाएगा। किसी भी तरह की खराबी या गड़बड़ी पर तुरंत दूसरी गाड़ी फ्लीट में लगाई जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक 35 से 40 वाहन रिजर्व में रखे गए हैं। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी उनसे कार्यक्रम स्थल का मौका मुआयना कर सकते हैं।
एक दर्जन हेलीकॉप्टर आने की उम्मीद
14 दिसंबर को प्रधानमंत्री व विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा के लिए करीब 100 वाहनों का काफिला तैयार किया जा रहा है। लखनऊ से वीवीआइपी और जैमर वाले वाहन भी मांगे गए हैं। अधिकारी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं और अब तक गंगा किनारे दोनों छोर पर रहने वाले परिवारों का सत्यापन किया जा चुका है।
इन जगहों पर बनाए जा रहे हेलीपैड
अधिकारियों ने बताया कि मौखिक कार्यक्रम के अनुसार प्रधानमंत्री दिल्ली से चकेरी एयरपोर्ट पर उतरेंगे और वहां से हेलीकॉप्टर के जरिए सीएसए परिसर में आएंगे। सीएसए में कुल तीन हेलीकॉप्टर उतरेंगे। यहां से प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से गंगा बैराज के अटल घाट पर जाएंगे। इससे पहले उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों और 10 कैबिनेट मंत्रियों के भी आने की उम्मीद है। आइआइटी, पुलिस लाइन, सीएसजेएमयू और एचबीटीयू परिसर में हेलीपैड तैयार कराए जा रहे हैं।
कार्यक्रम स्थल के आसपास रहने वालों का हो रहा सत्यापन
एसपी पूर्वी राजकुमार अग्र्रवाल ने बताया कि एक दर्जन हेलीकॉप्टरों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। उसी हिसाब से व्यवस्था की जा रही है। बाहर से फोर्स गुरुवार तक आने की उम्मीद है। वहीं केंद्र से एसपीजी भी 72 घंटे पूर्व आ सकती है। फिलहाल दो किमी तक क्षेत्र में रहने वालों का सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। होटल, धर्मशालाओं, सरायों की भी चेकिंग कराई जा रही है।