फर्रुखाबाद: जेलों में निरुद्ध कैदियों ने भाई दूज पर बहनों को अनोखा उपहार दिया। टीका करने आई बहनों को उन्होंने बाहर निकलने के बाद दोबारा गलत रास्ते पर न चलने का वादा किया। अगली दिवाली उनके साथ मनाने का भरोसा दिलाया। इससे मायूस बहनों के चेहरे खुशी से खिल उठे। जेल प्रशासन ने भी अभिभावक की भूमिका निभाते हुए मुलाकात को आई बहनों को मुलाकात कराने में पुरा सहयोग किया|
जिला और केंद्रीय कारागार पर मंगलवार सुबह छह बजे से ही भाइयों की टीका करने के लिए बहनों की भीड़ जुटने लगी थी। जेल-प्रशासन ने व्यवस्था बनाए रखने के लिए पहले ही पर्याप्त व्यवस्था की थी|टीका करने आई अधिकांश महिलाओं का कहना था कि उन्होंने भाइयों से उपहार के रूप में यहां से निकलने के बाद दोबारा गलत रास्ते पर नहीं चलने का वचन लिया। इस पर कैदी भाइयों ने अगली दिवाली परिवार के साथ मनाने का वादा किया।
बेकसूर बंद है मेरा भाई
टीका करने आई अधिकांश बहनों का कहना था कि उनका भाई बेकसूर बंद है। उसने अपराध नहीं किया, पुलिस ने किसी दूसरे के कहने पर उसे गलत फंसा दिया। जबकि कुछ का कहना था कि भाई गलत सोहबत के चलते फंसा।
जेलों पर हुई सघन चेकिंग
सेन्ट्रल जेल व जिला जेल पर मुलाकात को आयी बहनों के सामान की संघन तलाशी ली गयी| सेन्ट्रल जेल पर तो मेटल डिटेक्टर से होकर गुजरना पड़ा| जिसके बाद जेल गेट के भीतर प्रवेश किया गया|