फर्रुखाबाद: युवती की हत्या करके ट्रेक पर फेंकनें के आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने की जगह पुलिस द्वारा उनकी पैरवी किये जाने का आरोप लगते ही एडीजी भड़क गये| उन्होंने तत्काल मामले में हत्या व दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये और सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया|
बीते 14 अक्टूबर को थाना क्षेत्र के ग्राम किसरोली पट्टी निवासी शिवकुमार सक्सेना की 17 वर्षीय पुत्री आकांक्षा सक्सेना कोचिंग पढने गाँव के ही निकट गयी थी| लेकिन फिर लौट के घर नही आयी| परिजनों नें उसकी तलाश की| लेकिन उसका पता नही चला| सुबह उसका शव गाँव से ही तकरीबन डेढ़ किलोमीटर दूर रेलवे ट्रेक पर कटा हुआ नग्न अवस्था में पड़ा मिला|
घटना की सूचना मिलने पर मृतका की माँ विनीता देवी आदि परिजनों नें हत्या और
दुष्कर्म कर शव रेलवे ट्रेक पर फेंकने का आरोप लगाया| लेकिन पुलिस नें घटना के पांच
दिन बाद भी मुकदमा दर्ज नही किया|
खफा परिजन गुरुवार सुबह पुलिस लाइन फतेहगढ़ पंहुचे| उन्होंने एडीजी से भेट की| परिजनों से वार्ता के बाद अचानक एडीजी प्रेम प्रकाश का रुख सख्त हो गया| उन्होंने थानाध्यक्ष शमसाबाद रामबाबू को एसपी कार्यालय तलब किया| एडीजी नें थानाध्यक्ष की जमकर लताड़ लगा दी| थानाध्यक्ष को तत्काल हत्या और दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिये|
सिपाही किया लाइन हाजिर
मृतका आकांक्षा के पिता शिवकुमार और माँ विनीता देवी नें एसपी को बताया कि थाने का सिपाही अंकित गंगवार आरोपियों का सजातीय होंने के चलते उनकी पैरवी कर रहा है| जिस पर एडीजी नें तत्काल सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया| थानाध्यक्ष के खिलाफ जाँच कर निलम्बित करने को कहा है|
एडीजी नें बताया कि मामले में तत्काल मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिये गये है| दोषी सिपाही को लाइन हाजिर किया गया है|