कानपुर: रावतपुर में एकता चौराहे पर सुबह साढ़े आठ बजे से ही चहल-पहल थी। सांसद सत्यदेव पचौरी तीसरे दिन यहां से गांधी संकल्प यात्रा लेकर चलने वाले थे। कार्यकर्ता महात्मा गांधी की तस्वीर वाले पोस्टर लेकर पहुंच रहे थे। बापू की 150वीं जयंती पर यात्रा का उद्देश्य माइक पर गूंज रहा था। वक्त से पहले सांसद पहुंच गए और ठीक नौ बजे यात्रा प्रारंभ हो गई।नगर निगम ने यात्रा रूट पर गंदगी को चूने की सफेदी से ढकने का प्रयास जरूर किया लेकिन दुर्गंध भला कहां जाती। प्लाटों में जलभराव, सड़ते कचरे, जाम नालियों, गंदगी के ढेर दरकिनार कर यात्रा देशभक्ति के नारों पर सरकती जा रही थी। माइक से प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं करने की गुजारिश जारी थी। जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ता सांसद का स्वागत कर रहे थे। जनता नगर पहुंचते ही मसावनपुर नाला शुरू हो गया। तीखी बदबू सांसों को बेचैन करने लगी। कुछ कार्यकर्ता पॉलीथिन से भरा नाला सांसद को दिखाने पर अड़ गए। कार्यकर्ताओं के दूसरे गुट ने कहा कि आज यह मौका नहीं है।
इसी पर दोनों गुटों में कहासुनी शुरू हुई, फिर कॉलर पकड़े गए। हाथापाई होने लगी। सांसद यह नजारा देख दंग रह गए। उन्होंने झगड़ा शांत कराया और नाले की तरफ बढ़े। गदंगी देख नगर आयुक्त को फोन मिलवाया और खरी-खरी सुना दी। आगे भी जगह-जगह ऐसी गंदगी दिखी, लेकिन कार्यकर्ता चुप्पी साधे रहे। अलबत्ता सांसद बुरी तरह क्षुब्ध दिखे। कहा कि हालात चिंताजनक हैं, नगर निगम बहुत उदासीन है। सो इस बारे में नगर विकास मंत्री से बात करेंगे।इसी बीच गोविंदनगर से भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र मैथानी भी जुलूस में शामिल हो गए। यह देख ज्यादातर कार्यकर्ता उनके साथ प्रचार में मशगूल हो गए और सांसद के साथ बमुश्किल 25 कार्यकर्ता ही बचे। हालांकि सांसद प्रचार से दूर यात्रा लेकर बढ़ते रहे। कई किलोमीटर लंबी यह यात्रा केसा चौराहे पर समाप्त हुई।
सांसद जी अक्सर आते हैं, मगर समस्याएं बदस्तूर
सहकार नगर में जहां यात्रा का स्वागत हुआ। वहीं बगल में विशाल मैदान में गंदगी और जलभराव हैरान कर देने वाला था। यहां खड़ी आशा बोलीं कि सांसद जी यहां अक्सर अपने एक मिलने वाले के घर आते हैं। बावजूद इसके यहां हालात बेहद खराब हैं। सड़क से लेकर नाली तक खुद साफ करनी पड़ती है। पेयजल का इंतजाम नहीं है। गीता ने भी इस बात की तस्दीक की। अशोक कहते हैं कि एकता चौराहे के पास डबल रोड चलने लायक नहीं है। रोज एक्सीडेंट होते हैं, किसी को फिक्र ही नहीं है। अगले चौराहे पर भाजपा कार्यकर्ता संतोष सोनी भी मानते हैं कि समस्याएं यहां बहुत हैं, लेकिन चुनाव बाद सब ठीक हो जाएगा।