फर्रुखाबाद: लोकसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा संगठन में फेरबदल की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। हर जगह बदलाव की आहट सभी को है। जिले में अब ‘कौन बनेगा जिलाध्यक्ष’ पर मंथन चलने लगा है। इसकी भनक लगते ही दावेदारों ने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दौड़ लगानी शुरू कर दी है।
भाजपा जिलाध्यक्ष पद के सभी दावेदार अपनी-अपनी जीत के दावे भी करने लगे हैं। कुछ दावेदारों का कहना है कि पिछली बार की तरह इस बार बैठा कर या दबाव देकर किसी एक पर जीत की मुहर नहीं लगाई जा सकेगी।
पिछले 10 जून 2016 को जिलाध्यक्ष सत्यपाल सिंह बने थे| उस समय इस पद के लिए विमल कटियार, रूपेश गुप्ता, कुलदीप दुबे, डा. मुकेश राठौर, राजीव कुमार सिंह, डॉ० प्रभात अवस्थी, शैलेंद्र राठौर, डा. महिपाल सिंह, दिलीप भारद्वाज, लालाराम शाक्य, डा. भूदेव सिंह, विजय गुप्ता, डा. वीके गंगवार, चित्रा अग्निहोत्री, भाष्करदत्त द्विवेदी, मीरा सिंह ने भी दावेदारी की थी। चुनाव में 15 वोटर और 17 दावेदार होने से फैसला प्रदेश नेतृत्व पर छोड़ दिया गया था।
जिसके बाद सत्यपाल सिंह को जिलाध्यक्ष नेतृत्व की तरफ से बना दिया गया था| वही 2 नबम्वर 2018 को संगठन ने डॉ० भूदेव राजपूत की जिलाध्यक्ष के पद पर ताजपोशी कर दी|
अन्दर खाने से आ रही खबरों के हिसाब से इस बार सत्यपाल सिंह, वर्तमान जिलाध्यक्ष डॉ० भूदेव राजपूत, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कटियार, डॉ० प्रभात अवस्थी, शैलेन्द्र सिंह राठौर, रुपेश गुप्ता, प्रदीप सक्सेना, भास्कर दत्त द्विवेदी, विजय गुप्ता, डॉ० वीके गंगवार, धीरेन्द्र वर्मा के नामों को लेकर चर्चा का बाजार फिर गर्म है|