फर्रुखाबाद: जिला बार एसोसिएशन अपने साथी अधिवक्ताओं पर लगाये गये मुकदमें को फर्जी बताकर अब पूरी तरह से आन्दोलन की राह पर आ गयी है| सोमबार को न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ताओं नें प्रदर्शन किया| फ़िलहाल अभी दो दिन तक न्यायिक कार्य से और विरत रहने की रणनीति बनी है|
बीते तीन दिन पूर्व सहायक सम्भागीय अधिकारी कार्यालय में यात्री कर अधिकारी वीके आनन्द के साथ मारपीट के मामले में चार अधिवक्ता बार के संयुक्त सचिव राजेन्द्र सिंह यादव, मनोज अग्निहोत्री, शेर सिंह यादव, अभिषेक अग्निहोत्री पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था| मुकदमा दर्जहोने के बाद दो दिन अवकाश रहा| सोमबार को कचेहरी खुलते ही अधिवक्ता उग्र हो गये| बार एसोसिएशन के महासचिव संजीब पारिया के नेतृत्व में अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहकर बार एसोसिएशन के बाहर एकत्रित होकर नारेबाजी की| जानकारी होने पर जिला जज जय श्री आहूजा ने बार एसोसिएशन के महासचिव संजीब पारिया और अनुशासन समिति के सदस्य दीपक द्विवेदी से वार्ता की और उसके बाद संजीब पारिया और दीपक द्विवेदी को जिलाधिकारी मोनिका रानी ने वार्ता के लिये बुलाया| उन्होंने कुछ घंटे का समय माँगा| लेकिन शाम तक अधिवक्ताओं को कोई संतोष जनक उत्तर नही मिला|
जिला महासचिव संजीब पारिया ने बताया कि डीएम से भरोसा मिला है| इस लिए फ़िलहाल मंगलवार से होने वाली अनिश्चित कालीन हड़ताल ना करने दो दिन तक अधिवक्ता न्यायिक कार्य नही करेंगे| वही यदि दो दिन में कोई निष्कर्ष नही निकला तो आगे की रणनीति बनायी जायेगी|
कलेक्ट्रेट में पुलिस रही तैनात
अधिवक्ताओं के मामले को देखते हुये जिलाधिकारी मोनिका रानी के कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया|
डीएम की कार्यशैली की घोर निंदा
युवा अधिवक्ता एसोसिएशन के द्वारा बैठक कर जिलाधिकारी मोनिका रानी की कार्यशैली की घोर निंदा की गयी| वही सभी ने न्य्यैक कार्य से विरत रहने की घोषणा की| इसके साथ ही साथी अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमें वापस लेने की मांग की गयी| अध्यक्ष कुंबर सिंह यादव, आदर्श कुमार, पुष्पेन्द्र यादव, केके वाथम आदि रहे|