लखनऊ: पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर राजभवन में राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अखिलेश के साथ सपा के वरिष्ठ नेता अहमद हसन भी मौजूद रहे। अखिलेश ने मुलाकात के दौरान प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर चिंता जताई। मुख्यमंत्री के पद से हटने के बाद अखिलेश यादव पहली बार राजभवन पहुंचे थे।
राजभवन में राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और अपराध कर रहे हैं। इन पर लगाम लगनी चाहिए। प्रदेश में बेटियों के साथ ऐसे जघन्य अपराध नहीं हुए होंगे लेकिन, भारतीय जनता पार्टी की सरकार में लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं और सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठी हुई है। मैंने राज्यपाल के माध्यम से सरकार से मांग की है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जंगलराज जैसे हालात हो गए हैं। लखनऊ में बैठकें हो रहीं हैं, जिलों में हत्याओं पर हत्याएं हो रही हैं। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश यादव की आगरा कोर्ट परिसर में हत्या के बाद से प्रदेश की सियासत गरमा गई है। उत्तर प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर अखिलेश यादव कई दिनों से लगातार प्रदेश सरकार पर हमलावर हैं। पिछले दिनों बयान जारी कर उत्तर प्रदेश में बेतहाशा बढ़े अपराधों और मंत्रियों की बयानबाजी पर योगी सरकार को घेरते हुए अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी दुनिया भर में उत्तर प्रदेश की बदनामी कराने में लगी है।
आगरा में उप्र बार कौंसिल की अध्यक्ष दरवेश सिंह की हत्या के बाद एटा स्थित उनके पैतृक गांव में श्रद्धांजलि देने के पहुंचे अखिलेश ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान भी कहा था कि कानून व्यवस्था पर प्रदेश सरकार का ध्यान नहीं है। पता नहीं चल रहा है कि सरकार किस दिशा में जा रही है। मुख्यमंत्री जब भी अफसरों के साथ समीक्षा बैठक करते हैं, अपराधी कोई बड़ी वारदात कर चुनौती दे देते हैं। अखिलेश ने सीएम की समीक्षा बैठकों के दौरान हुईं कुछ घटनाओं का उदाहरण भी दिया।