फर्रुखाबाद:(राजेपुर) ग्रामीण क्षेत्र में घुमंतू पशुओं की दिन प्रतिदिन बढ़ती संख्या किसानों बड़ी समस्या बनी है। इन पशुओं के झुंड जहां से भी गुजरते हैं वहां खड़ी फसल को मिनटों में बर्बाद कर रहे हैं। इन पशुओं में गाय व बछड़ों की ज्यादा संख्या है। इनको अपने क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भगाने को लेकर किसानों के बीच आए दिन झगड़े भी होते रहते हैं। हालत ऐसी है कि किसान रात-दिन खेतों में पहरा देते हैं और मामूली लापरवाही होते ही ये पशु पूरी फसल का नष्ट कर देते हैं। यंहा
योगी सरकार के फरमान का कोई भी असर नही दिख रहा है| रेतीले क्षेत्र में नील गाय पहले से ही किसानों के लिए बड़ी चुनौती रही हैं और अब घुमंतू गायों की बढ़ती संख्या ने तो किसानों का सुख चैन ही छीन लिया है। प्रदेश सरकार ने नंदीशालाओं को खोलने का प्रयास किया लेकिन वह भी कागजों तक सीमित रह गया। विवाद से बचने के लिए ग्राम पंचायतें अपने क्षेत्र में नंदीशाला संचालन से पीछे हटने लगी है। जिससे हर गांव के लावारिस क्षेत्र या खेतों में इनके बड़े बड़े झुंड नजर आते हैं।
राजेपुर निवासी किसान धर्मेन्द्र कुमार का कहना है कि खेतों में खड़ी फसलों की आवारा मबेशी बर्बाद कर रहे है| लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से कोई कार्यवाही नही करना चाहता| गायों की सेवा केबल कागजों में कर फर्जी आंकड़े सरकार के सामने पेश किये जा रहे है| हर गांव में दर्जनों की संख्या में विदेशी नस्ल के गाय-बछड़े घूम रहे हैं जो मौका मिलते ही फसलों को रौंद देते हैं। इनमें से बहुत से पशु हिंसक भी हो गये है वह पालतु पशुओं व किसानों को जख्मी कर रहे हैं।