हमीरपुर: सामूहिक हत्याकांड में सजायाफ्ता विधायक अशोक सिंह चंदेल समेत छह अभियुक्तों ने पुलिस की चौकसी को धता बताते हुए सोमवार सुबह कोर्ट में सरेंडर कर दिया। करीब दो हजार की भीड़ के साथ पहुंचे विधायक सीधे कोर्ट कक्ष में पहुंचे।
पीछे जा रहे समर्थकों को पुलिस ने रोका तो धक्का मुक्की हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को तितर-बितर किया और कोर्ट परिसर का मेन गेट बंद करा दिया। लेकिन, इससे पहले करीब पांच सौ लोग अंदर घुस चुके थे और बाहर करीब दो हजार की भीड़ नारेबाजी कर रही है।
सामूहिक हत्याकांड में हाईकोर्ट से उम्रकैद की सजा सुनाए जाने के बाद भाजपा विधायक आशोक सिंह चंदेल समेत नौ सजायाफ्ता लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस तलाश कर रही थी। पुलिस की चौकसी को धता बताते हुए सोमवार की सुबह विधायक अशोक चंदेल समेत छह सजायाफ्ता अभियुक्त अपनी फाच्र्यूनर कार से कोर्ट परिसर में पहुंचे। उनके आने से पहले करीब दो हजार समर्थकों की भीड़ कोर्ट के बाहर जमा हो चुकी थी। उनकी गाड़ी आते ही समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
सरेंडर को लेकर हमीरपुर, महोबा और बांदा का पुलिस फोर्स कोर्ट परिसर में मौजूद था लेकिन सजायाफ्ता अभियुक्त सीधे एजीजे द्वितीय की कोर्ट कक्ष में प्रवेश कर गए। कोर्ट कक्ष में पहुंचने से पुलिस विधायक को गिरफ्तार नहीं कर सकी। इधर कोर्ट परिसर में घुस रही समर्थकों की भीड़ को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो धक्का मुक्की शुरू हो गई। पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए भीड़ को खदेड़कर कोर्ट परिसर का मेन गेट बंद करा दिया। इससे पहले करीब पांच सौ विधायक समर्थक कोर्ट परिसर के अंदर पहुंच गए थे।
परिसर के अंदर और बाहर समर्थक नारेबाजी कर रहे हैं। तीन जिलों की फोर्स तैनात होने से कोर्ट के आसपास का क्षेत्र छावनी में तब्दील है। वहीं कोर्ट के बाहर की दुकानें बंद करा दी गई हैं। सजायाफ्ता विधायक की सरेंडर अर्जी एडवोकेट प्राणेश सिंह ने कोर्ट में दाखिल की है, जिसकी कार्यवाही कोर्ट के समक्ष जारी है। एसपी हेमराज सिंह भी फोर्स के साथ कोर्ट पहुंच रहे हैं।