नई दिल्ली:चक्रवाती तूफान फानी ने ओडिशा के तट से टकराने के बाद काफी कहर बरपाया है। तेज हवाओं के कारण जगह-जगह पेड़ उखड़ गए हैं। कुछ जगहों पर गाड़ियां हवा में उड़ती दिखीं। तूफान के दौरान अलग-अलग जगह पर तीन महिलाओं की मौत हो गई। कई जगहों पर तूफान ने भारी तबाही मचाई है, जिसका पहले से ही अनुमान लगा लिया गया था। समय से राहत-बचाव कार्य की तैयारी शुरू होने की वजह से जान-माल का नुकसान बहुत कम हुआ है।
हैदराबाद के मौसम विभाग ने बताया कि ओडिशा के तटीय क्षेत्र से टकराने पर यहां 245 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इस बीच लगातार हो रही बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लगभग 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। आपदा प्रबंधन की टीम तूफान से निपटने के लिए तैयार है। फानी की वजह से रेल, सड़क और हवाई यातायात पर प्रभाव पड़ा है। कोलकाता एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एक बयान जारी कर बताया है कि यहां आने-जाने वाली फ्लाइट्स शुक्रवार दोपहर 3 बजे से लेकर शनिवार सुबह 8 बजे तक के लिए रद कर दी गई हैं। 100 से ज्यादा ट्रेन रद हुई हैं। पिछले 43 सालों में मई माह में भारत के पड़ोसी समुद्री क्षेत्र में उठा इतनी तीव्रता का यह पहला तूफान है। 160 मिली लीटर से ज्यादा बारिश भुवनेश्वर में अभी तक हो चुकी है। हजारों पेड़ उखड़ गए हैं। कच्चे घरों को काफी नुकसान पहुंचा है।
अपडेट:-
– नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने उड्डयन सचिव को प्रभावित एरिया की स्थिति पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जब भी जरूरत पड़े डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) एयरलाइंस कंपनियों को नई एडवाइजरी जारी करे। यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। साथ ही उनकी सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाए।
ओडिशा में कोस्ट गार्डस के हेलिकॉप्टरों में राहत व बचाव समग्री लादने क काम शुरू कर दिया गया है। कोस्ट गार्ड के पायलटों को हेलिकॉप्टर के जरिए ये राहत सामग्री प्रभावित इलाकों में पहुंचानी है।
– फानी की वजह से एक युवती की मौत हो गई। ये घटना पुरी जिले के सखीगोपाल पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हुई है। यहां युवती के ऊपर तूफान के दौरान एक पेड़ उखड़कर गिर गया। पेड़ के नीचे दबने से उसकी मौत हो गई। दूसरा हादसा नयागढ़ जिले में हुआ है। यहांएक कंक्रीट स्ट्रक्चर से मलबा उड़ा और एक महिला को जा लगा। इससे महिला की मौत हो गई। इसके अलावा केंद्रपाड़ा जिले के देबेन्द्रनारायणपुर गांव में भी 65 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई।
– भारतीय नेवी के पी-8I और डॉर्नियर को दोपहर में फानी के असर और उसके कारण हुए नुकसान का आकलन करने के लिए भेजा किया जाएगा। इस बीच खराब मौसम के कारण भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने आज झारखंड में अपनी सभी ती चुनाव प्रचार रैलियों को रद कर दिया।
-160 मिली लीटर से ज्यादा बारिश भुवनेश्वर में अभी तक हो चुकी है। हजारों पेड़ उखड़ गए हैं। कच्चे घरों को काफी नुकसान पहुंचा है।
-दिल्ली मौसम विभाग के अधिकारी मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि अगले 3 घंटों में चक्रवात तूफान फानी की तीव्रता कम होने की उम्मीद है। फानी तूफान आंध्र प्रदेश से दूर चला गया है, इसलिए इसकी सूचना दे दी गई है। तीन जिलों में भारी बारिश हुई है।
– आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के इच्छापुर में बारिश और हवाओं के कारण काफी घर तबाह हो गए और लोगों ने शेल्टर में शरण ली है। इधर, ओडिशा के भुवनेश्वर में तेज हवाओं के कारण कई पेड़ उखड़ गए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 12 घंटे तक श्रीकाकुलम में यह असर रहेगा। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने बताया कि विखापट्नम से मुंबई सीएसटीएम के बीच विशेष ट्रेन कोणार्क एक्सप्रेस (11020) की समय-सारिणी के मुताबिक चलेगी।
– ओडिशा के भद्रक में चक्रवात फानी के कारण मौसम काफी खराब हो गया है। समुद्र का मौसम और गंजम में भारी बारिश के तेज हवाएं चल रही हैं।
– फानी तूफान का कहर जारी है। इस बीच खबर आ रही है कि यह चक्रवाती तूफान ओडिशा से आगे बढ़ गया है।
-पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फानी चक्रवाती तूफान के मद्देनजर अपने सभी कार्यक्रम दो दिनों के लिए रद कर दिए हैं। आज वह तटीय क्षेत्र के पास खड़गपुर में रुकेंगी और कल और परसों स्थिति का स्वयं जायजा लेंगी। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार, फोनी आज रात साढ़े आठ बजे तक पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र से टकराएगा।
– चक्रवाती तूफान फानी से निपटने के लिए 13 नेवी एयरक्राफ्ट विशाखापत्तनम में तैयार खड़े हैं, जिससे समय रहते क्षति का आंकलन और राहत कार्य पूरा हो सके।
– हैदराबाद के मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा के पुरी में 245 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। इसके साथ ही तेज बारिश भी हो रही है। भूस्खलन के बाद इस तूफान का प्रभाव कम होने की संभावना है और इसके बाद इसके पश्चिम तट की ओर बढ़ने की संभावनाएं हैं।
– पारादीप मौसम विभाग के अधिकारी आर शुक्ला ने बताया कि लगभग सुबह 8 बजे शुरू हुए भूस्खलन की प्रक्रिया 2 घंटे में खत्म होने की उम्मीद है। इसके बाद इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है, जो ओडिशा के सभी जिलों को कवर करता हुआ पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ेगा। सुबह 9 बजे हवा की गति 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दर्ज की गई है।
– फानी तूफान ओडिशा के तट से टकरा गया है।
आंध्र प्रदेश: एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) द्वारा राहत अभियान श्रीकाकुलम के कोट्टूरु मंडल में चल रहा है। यहां पर आज बारिश हुई और तेज हवाएँ चल रही हैं।
– फानी तूफान के जमीन से टकराने के साथ ही तेज हवा और बारिश से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
– प्रशासन ने फानी तूफान की वजह से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई है।
– ओडिशा में जमीन से टकराया फानी तूफान। भुवनेश्वर मौसम विभाग के निदेशक एचआर विस्वास ने बताया कि सुबह 8 बजे फानी जमीन से टकराया। उन्होंने बताया कि इसे पूरी तरह से जमीन पर आने में करीब दो घंटे का वक्त लगेगा। यह पुरी के पास जमीन से टकराया है।
– ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है।
– ओडिशा के पुरी तट पर भूस्खलन शुरू हो गया है। चक्रवात तूफान फानी के चलते तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है।
– पश्चिम बंगाल के दीघा में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। चक्रवात तूफान फानी के चलते ओडिशा में 11 बजे तक कई जगहों पर भूस्खलन हो सकता है, वहीं कई जगहों पर भूस्खलन शुरू भी हो गया है।
– चक्रवाती तूफान के चलते ओडिशा में रेल सेवा बाधित हो गई है। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने आज 10 ट्रेनों को और रद कर दिया है। बता दें कि रेलवे ने इसके पहले 1 से 3 मई तक कुल 147 ट्रेनों को रद किया था।
– चक्रवात तूफान फानी से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। कोलकाता के बिचाली घाट में आपदा प्रबंधन की टीम अभी से अलर्ट पर है। बता दें कि चक्रवात तूफान फानी का असर ओडिशा के पुरी में देखा जाएगा।
– मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान फानी के उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने की आशंका है और शनिवार की शाम तक यह चक्रवाती तूफान बांग्लादेश में प्रवेश कर सकता है।
– मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान फानी के ओडिशा के तटीय क्षेत्रों से टकराने के साथ ही तेज हवाओं और बारिश के साथ ही धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा। फिर धीरे-धीरे चक्रवाती तूफान फानी कमजोर हो जाएगा। इसके साथ ही मौसम विभाग ने बताया कि तूफान फानी शनिवार की सुबह तक और भी तेज होते हुए यह तूफान पश्चिम बंगाल पहुंचेगा।
– तूफान का असर दक्षिण बंगाल में भी देखा जा रहा है। भारी बारिश और तेज हवाआों के चलते कई पर्यटक बुरी तरह से फंस गए हैं। तूफान में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए दक्षिण बंगाल राज्य परिवहन निगम (SBSTC) ने दीघा से 50 बसों का संचालन शुरू किया है। दीघा में फंसे हुए पर्यटकों को निकालने के लिए बसों का संचालन सुबह पांच बजे से शुरू कर दिया गया है।
– भुवनेश्वर एयरपोर्ट 24 घंटे तक बंद रहेगा, जबकि कोलकाता एयरपोर्ट शुक्रवार शाम 6 बजे तक बंद रहेगा।
– गंजम जिले के डीएम ने बताया कि चक्रवात तूफान फानी से बचने के लिए अब तक 301460 लोगों को सुरक्षित स्थानों में भेज दिया गया है। वहीं, 541 गर्भवती महिलिओं को सावधानी पूर्वक अस्पताल में पहुंचाया गया है।
– चक्रवात तूफान फानी से निपटने के लिए गृह मंत्रालय ने हेल्प लाइन नंबर जारी किया है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी हेल्प लाइन नंबर 1938 है।
– ओडिशा के जगदीशपुर जिले के पारादीप में तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। चक्रवात तूफान फानी के चलते ओडिशा के पुरी में भी तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है। ओडिशा के सभी तटीय क्षेत्रों को हाई अलर्ट घोषित किया गया है।
– ओडिशा के कई जिलों में आज चक्रवात तूफान फानी का असर देखा जा सकता है। शुक्रवार सुबह से ही कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जानकारी दी गई है, कि तूफान से बचने के लिए 24 घंटे के अंदर 10 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान में पहुंचा दिया गया है। ओडिशा के गंजम में 3 लाख और पुरी जिले के1.3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों में रखा गया है। सुरक्षित स्थानों में 5000 रसोईघर भी बनाए गए हैं।
मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर बताया था कि बंगाल की खाड़ी में उठा भीषण चक्रवाती तूफान फानी शुक्रवार सुबह आठ से 10 बजे के बीच ओडिशा के पुरी, गोपालपुर व चंदबली के तट से टकराएगा। गुरुवार शाम को यह पुरी से 320 किलोमीटर दूर दक्षिण-पश्चिम में स्थित था। तट से टकराते वक्त हवा की रफ्तार 170 से 180 किमी व अधिकतम 200 किमी प्रति घंटा रह सकती है। इससे उसकी विकरालता का अंदाजा लगाया जा सकता है। पिछले 43 सालों में अप्रैल माह में भारत के पड़ोसी समुद्री क्षेत्र में उठा इतनी तीव्रता का यह पहला तूफान है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने तूफान से निपटने के लिए गुरुवार को हालात से निपटने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की थी। ओडिशा के 15 जिलों में 10 हजार से ज्यादा गांवों और 52 कस्बों पर तूफान कहर बरपा सकता है। इससे 12 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित होंगे। इसलिए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। तीनों सेनाओं व अन्य एजेंसियों को पहले ही अलर्ट किया जा चुका है। वायु सेना ने गुवाहाटी, कोलकाता और अंडल के सिविल हवाईअड्डे से लड़ाकू विमान के संचालन का अभ्यास किया है, ताकि आपात स्थिति में राहत और बचाव कार्य यहां से शुरू किया जा सके।