मंगलुरु:कर्नाटक की चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर फिर विपक्षी दल रहे। पीएम मोदी ने कहा कि इस बार का चुनाव कौन सांसद बने, कौन प्रधानमंत्री बने, कौन मंत्री बने या सिर्फ सरकार चुनने का चुनाव नहीं है, बल्कि 21वीं सदी का नया भारत कैसा होगा, ये तय करने का है। कांग्रेस, JDS और उन जैसे अनेक दलों की प्रेरणा परिवारवाद है और हमारी राष्ट्रवाद है। वो अपने परिवार के आखिरी सदस्य तक को सत्ता का लाभ देते हैं। हम समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति को आगे लाने के लिए मेहनत करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं जब एयरपोर्ट से रैली स्थल की ओर आ रहा था, तब मैंने रास्ते में देखा कि मानव श्रृंखला नहीं, ‘लोगों की दीवार’ सड़क के दोनों ओर खड़ी थी। तब मैंने सोचा कि जब इतने लोग यहां हैं, तो वहां(रैली स्थल) कौन होगा? लेकिन यहां भी जहां तक मेरी नजर जा रही है, लोग नजर आ रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘अभी-अभी हमारे विधानसभा के चुनाव हुए। थोड़ी-सी कमी रह गई। पूरा कर्नाटक बर्बाद हो गया कि नहीं। छोटी-सी गलती ने कितना बड़ा नुकसान कर दिया। क्या अब कर्नाटक फिर से ऐसा नुकसान होने देगा? पिछली बार जो कमी रह गई उसका ब्याज समेत पूरा करेंगे हम?’मंगलुरु की रैली में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने हमारा अंत्योदय एक चायवाले तक को प्रधानमंत्री बना देता है उनका दर्शन वंशोदय है, हमारा दर्शन अंत्योदय है। उनका वंशोदय अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज करता है। उनके वंशोदय से भ्रष्टाचार और अन्याय पैदा होता है। हमारे अंत्योदय से पारदर्शिता और ईमानदारी की प्रतिष्ठा बढ़ती है। उन्होंने कहा कि ये मोदी है, सिर्फ मक्खन पर ही नहीं, बल्कि पत्थर पर भी लकीर खींचता है।
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में जब चप्पल पहने हुए एक बुजुर्ग को मैं गर्व के साथ पद्म सम्मान ग्रहण करते देखता हूं, तो मेरे मन में यही आता है कि यही मेरा भारत है, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करने वाला भारत, अपने संसाधनों पर भरोसा करने वाला भारत।