फर्रुखाबाद:लम्बे जद्दोजहद के बाद पुलिस ने आखिर कोटेदार हत्याकांड का खुलासा कर दिया है| पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी फरार होने में कामयाब रहा| पुलिस ने खुलासा किया है कि हत्यारोपियों ने पूर्व में रिटायर्ड एसडीएम की हत्या भी की थी|
पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ0 अनिल मिश्रा ने बताया कि शहर कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने जनपद कन्नौज के विशुनगढ़ निवासी पानपुर व हाल पता चाँदपुर निवासी देवेन्द्र उर्फ़ पिंटू पुत्र रामचन्द्र व जनपद कासगंज सिकंदरपुर बगराही निवासी कन्हैया ठाकुर पुत्र श्रीराम को गिरफ्तार किया है| जबकि एक आरोपी विमल उर्फ़ गुड्डू पुत्र शिव प्रताप निवासी इटावा पुरनपुर फरार है|
हत्यारोपी देवेन्द्र ने पुलिस को बताया की वह जेल में था| जेल के भीतर ही कन्हैया से मुलाकात हुई थी| जेल से बाहर आने के बाद 29 अप्रैल 2016 को देवेन्द्र और कन्हैया ने मिलकर क़स्बा पटियाली में रिटायर्ड एसडीएम रामौतार गुप्ता की सर्राफा की दुकान में साथी विमल व मार्कंडेय के साथ मिलकर हत्या कर दी थी| जिसके खुलासे के बाद मुकदमे में सजा हो गयी|
देवेन्द्र के मुताबिक सर्राफ से लूट और हत्या के खुलासे में रामनरेश कोटेदार का अहम् रोल था जिसका बदला लेने ले लिए योजना बनी थी और तय योजना के तहत कोटेदार की हत्या उसके ही घर पर ही गला दबा की गयी| कोटेदार की हत्या करने के बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए उसे बोरी में पैक किया गया| उसके बाद लाश को मोटरसाइकिल पर लाद कर ठिकाने लगाने के लिए किसी सूनसान जगह की तलाश में अपराधी निकले| लाश का वजन ज्यादा होने के कारण मोटरसाइकिल पर बैलेंस बिगड़ गया और लाश वाही नाले में गिर गयी| जिसे वाही छोड़ अपराधी फरार हो गए| अपराधियो ने खुलासा किया कि उनका इरादा रामनरेश की हत्या के बाद एक प्रधान की हत्या करने का भी था|