नई दिल्ली:केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआइ) ने उत्तर प्रदेश के खनन माफिया के संबंध में दिल्ली, कानपुर, हमीरपुर समेत कई अन्य जगहों पर छापेमारी शुरू की है। आइएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के लखनऊ स्थित आवास पर भी सीबीआइ की एक टीम ने छापा मारा है। सीबीआइ की छापेमारी हाईकोर्ट के आदेश के बाद हुई है। अखिलेश यादव की सरकार में बी.चन्द्रकला आइएएस बी.चन्द्रकला की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी।
बी. चंद्रकला इसी वर्ष मई में अपने मूल कॉडर यानि उत्तर प्रदेश लौटी हैं। उनका लखनऊ में योजना भवन के पास सफायर अपार्टमेंट में आवास है। 2008 बैच की आइएएस अफसर बी चंद्रकला लखनऊ में हैवलॉक रोड पर सफायर अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 101 में रहती हैं। सीबीआइ की टीम ने इसी आवास पर छापा मारा है। माना जा रहा है कि करोड़ों के खनन घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने छापा मारा है।
बी. चंद्रकला बेहद तेज तर्रार छवि की अधिकारी मानी जाती है। वह सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती है। बीते दिसंबर में उन्होंने लखनऊ मेट्रो के सफर के दौरान अपनी सेल्फी सोशल मीडिया पर डाली थी, जो कि काफी चर्चित रही थी। देश की धाकड़ महिला आईएएस अधिकारी के तौर पर जानी जाने वाली बी. चंद्रकला हमेशा सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं। उनकी तस्वीरों को लोग इतना पसंद करते हैं कि वो जैसे अपने फेसबुक पोस्ट पर अपनी कोई तस्वीर डालती हैं, वो तुरंत ही वायरल हो जाती है। यहां तक कि वो अपनी तस्वीरों पर लाइक्स पाने के मामले में प्रधानमंत्री मोदी सहित कई बॉलीवुड सितारों को भी पीछे छोड़ चुकी हैं। एक ऐसी ही उनकी तस्वीर आजकल सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में आईएएस बी.चन्द्रकला की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी। आरोप है कि इस आईएएस ने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे। ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था, लेकिन बी.चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी। अखिलेश यादव की सरकार में बी.चन्द्रकला आईएएस बी.चन्द्रकला की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी।