आगरा:मलपुरा के लालऊ में संजली को जिंदा जलाने वाला उसका तयेरा भाई ही निकला। संजली की मौत के बाद पकड़े जाने के डर से उसने खुदकशी कर ली। पुलिस ने सोमवार शाम को घटना में शामिल योगेश के ममेरे भाई समेत दो को गिरफ्तार कर पर्दाफाश कर दिया। घटना में प्रयुक्त दोनों बाइक भी बरामद कर ली हैं। इस बाबत मंगलवार को एसएसपी अमित पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्याकांड का राजफाश किया।
मलपुरा के लालऊ निवासी 15 वर्षीय संजली को 18 दिसंबर (मंगलवार) को स्कूल से घर लौटते समय पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था। 36 घंटे बाद संजली ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। गुरुवार को योगेश ने भी जहर खा खुदकशी कर ली। पुलिस को योगेश पर शुरुआत से ही शक था। उसकी खुदकशी से यह और गहरा हो गया। वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के बाद सोमवार को पुलिस ने योगेश का ममेरा भाई कलवारी निवासी विजय और उसकी बहन का देवर शास्त्रीपुरम निवासी आकाश को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों से पुलिस ने रातभर पूछताछ की तो उन्होंने घटना कबूल ली।
संजली को जिंदा जलाने के लिए वे दो बाइक से गए थे। पुलिस ने दबिश देकर हत्या में प्रयुक्त दोनों बाइक बरामद कर लीं। इनमें से एक बाइक योगेश की और दूसरी विजय की थी। एसएसपी अमित पाठक ने भी आरोपितों से कई घंटे पूछताछ की। हत्याकांड की कडिय़ां जोड़ीं। फिलहाल दोनों आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। मामले में अब तक मिले साक्ष्यों के आधार पर बताया जा रहा है कि योगेश संजली से इकतरफा प्यार करता था। लेकिन संजली उसकी हरकतों को पसंद नहीं करती थी।
एसएसपी अमित पाठक ने बताया की ‘हत्याकांड में दो आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। वारदात में पीडि़ता के तयेरे भाई योगेश जो कि खुदकशी कर चुका है, की अहम भूमिका थी। दोनों आरोपितों को पैसो का लालच देकर वारदात में शामिल किया था। दोनों आरोपित भी योगेश के रिश्तेदार हैं।
दूसरा विजय निकला घटना में शामिल
संजली ने मजिस्ट्रेट को दिए मृत्यु पूर्व बयान में विजय का नाम लिया था। उसने कहा था कि आठ माह पहले वह परेशान करता था। मगर, अब नहीं करता। यह विजय उसके परिवार का ही था। मगर, पकड़ा गया विजय योगेश का ममेरा भाई है।
संजली के पिता को दिखाए साक्ष्य
देर रात पुलिस आरोपितों और संजली के पिता को पुलिस लाइन ले आई। पिता को हत्याकांड में आरोपितों के खिलाफ अब तक मिले साक्ष्य दिखाए। आरोपितों से पूछताछ के दौरान भी उन्हें बैठाए रखा।