फर्रुखाबाद: सब कुछ ठीक-ठाक निबटने के बावजूद भी सूबे की मुख्यमंत्री मायावती लोहिया अस्पताल में सिटीजन बोर्ड को बेंच पर रखा देखकर नाराज हो गईं|
मुख्यमंत्री मायावती लोहिया अस्पताल के महिला बार्ड में पहुँचीं| उन्होंने वहां मौजूद मरीज की तीमारदार सरस्वती देवी, इमरजेंसी बार्ड में अनीता देवी, मंजू देवी व सुशील से डाक्टर के आने, खाना व दवाएं मिलने के बारे में पूंछा| जवाब में उन्हें सबकुछ ठीक-ठाक बताया गया|
पड़ोसी जिला शाहजहांपुर थाना अल्लागंज के मोहल्ला अन्धुयी निवासी कौशल कुमार शुक्ला की पत्नी सरस्वती ने बताया कि उनकी बेटी पूनम प्रसव के कारण भर्ती है| नगर के मोहल्ला खतराना निवासी स्वर्गीय राजेश का छत से घायल हुआ पुत्र वरुण भर्ती है| उसकी माँ अनीता देवी गेट के पास ही स्टूल पर बैठी थी|
अनीता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने गेट पर ही खड़े होकर डाक्टर के आने के बारे में पूंछा और वहीं से चली गईं| दुर्घटना में घायल थाना राजेपुर के ग्राम सलेमपुर निवासी पुरोहित सुशील ने बताया कि मुख्यमंत्री डाक्टर के आने की बात पूंछ्कर तुरंत ही लौट गईं| यही बात मुख्यमंत्री ने थाना मेरापुर के ग्राम पखना निवासी मनोज कुमार की पत्नी मंजूदेवी ने बताई|
बताया गया कि मुख्यमंत्री इतनी जल्दी में थी कि मरीज व उनके तीमारदार अपनी कोई पीड़ा नहीं बता सके| अनीता की सास सूरजा देवी ने बताया कि मुझे बार्ड से बाहर निकाल दिया गया था यदि मौक़ा मिलता तो मै मुख्यमंत्री से बीपीएल कार्ड भी बनवाने की फ़रियाद करती| बीते वर्ष बेटे राजेश की मौत हो चुकी है अब कोई कमाने वाला नहीं है|
मुख्यमंत्री जब लोहिया अस्पताल के बाहर निकल रही थीं तभी उनकी नजर पूर्वी दीवार की ओर रखे सिटीजन बोर्ड पर पडी| बोर्ड के सपोर्ट के लिए एक लकड़ी भी लगी थी| जिसे देखकर वह नाराज हुईं कि बोर्ड को दीवार पर लगाना चाहिए था| मुख्यमंत्री के कड़े तेवर देख अधिकारियों की साँसे अटक गईं|