फर्रुखाबाद:(राजेपुर) राशन वितरण में धांधली की शिकायत पर कोटा निलम्बित होने के बाद एसडीएम व उसके कर्मियों पर दबाब बनाने के लिये धमकी और गाली-गलौज किया गया| एसडीएम के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी राशन माफिया पूर्व कोटेदार के भाई और रिश्तेदार को उठा लिया| लेकिन मुख्य आरोपी अभी पुलिस को पकड़ नही पायी|
बीते 3 नवम्बर को राशन वितरण में गडबडी की शिकायत मिलने पर एसडीएम अमृतपुर ईशान प्रताप सिंह ग्राम सिडेचकरपुर पंहुचे थे| जंहा उन्हें उचित दर विक्रेता की दुकान बंद मिली थी| मौके पर लगे रेट बोर्ड पर गेंहू व चावल के दाम अंकित नही थे| जिससे एसडीएम खफा हो गये थे | मौके पर कोटेदार लालाराम ना मिलने से खफा एसडीएम ने तत्काल राशन की दुकान सीज कर दी|
इसी कोटे को बहाल कराने के लिये राशन माफिया पूर्व कोटेदार सतेन्द्र पुत्र वीरपाल ने बीते दो दिन पूर्व एसडीएम के चालक रामसिंह व अर्दली केपी सिंह को फोन पर गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी| सूत्रों की माने तो परसों रात में एसडीएम ईशान प्रताप के फोन पर सतेन्द्र सिंह ने बात की| उसने अभद्रता करने के साथ ही उनको भी धमकी भरे लहजे में दबाब में लेने का प्रयास किया|
एसडीएम ने प्रभारी निरीक्षक राजेपुर को बताया | जिसके बाद पुलिस ने दबिश देकर आरोपी पूर्व कोटेदार सतेन्द्र सिंह के भाई शैलेन्द्र सिंह व रिश्तेदार कुलदीप पुत्र राजाराम निवासी चिलौआ को दबोच लिया| आरोपी सतेन्द्र मौके से फरार है| पुलिस अभी उसे पकड़ नही पा रही है|
एसडीएम ने कोटा किया सस्पेंड
फोन पर अभद्रता करने के बाद एसडीएम ईशान प्रताप ने सिडेचकरपुर का कोटा निलम्बित कर दिया| वही पुलिस पूरे मामले की तहकीकात करने में लग गयी है|
एसडीएम ने जेएनआई को बताया की उनके पास राशन माफिया का फोन आया था| लेकिन उन्हें धमकी नही दी गयी | पुलिस को निर्देशित किया गया है| पुलिस उसकी तलाश कर रही है|