फर्रुखाबाद:(मोहम्मदाबाद) राजेन्द्र नगर महोत्सव में आये सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल पूरी तरह से पीएम मोदी और बीजेपी पर ही हमलावर दिखे| उन्होंने साफ़ कहा की बीजेपी अयोध्या में राम मन्दिर के नाम पर केबल देश की जनता को गुमराह कर रही है| उन्होंने यह भी आरोप लगाया की बीजेपी गायों और किसानों की हितैसी नही है| इस सरकार में दोनों ही परेशान है|
महोत्सव में आयोजित किसान महोत्सव का दीपप्रज्वलित कर मुख्य अतिथि के रूप में आये सपा प्रदेश अध्यक्ष ने शुभारम्भ किया| इसके बाद उन्होंने कहा की बीजेपी की सरकार आने बाद से जनता परेशान है| योगी सरकार विकास के नाम पर मौन है| जबकि अखिलेश ने सीएम बनने के बाद प्रदेश में विकास का आईना दिखाया था| लेकिन बीजेपी अपने सारे वादे भूल गयी| किसान परेशान है| किसान की फसलें आवारा जानवर खा रहे है| फसल सस्ती होने से किसान आत्महत्या कर रहा है| बीजेपी आम आदमी का दर्द नही समझ रही | क्योंकि बीजेपी पूंजीपतियों की पार्टी है| उसे चंद पूंजीपति ही चला रहा है| बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर है| यही हालत कांग्रेस का भी है| उन्होंने कांग्रेस को बीजेपी की बहन बताया|
उन्होंने साफ किया की आगामी लोक सभा चुनाव में यूपी में गठबंधन होना तय है| गठबंधन किन-किन पार्टियों से होगा इसका फैसला सपा सुप्रीमो करेंगे| उन्होंने बताया की एमपी के चुनाव में बीजेपी चारों खाने चित्त होने जा रही है| वही उन्होंने साफ़ किया की बीजेपी मन्दिर बनाने के नाम पर देश भर की जनता को गुमराह कर रही है| यह ना गाय को माता मानते है और किसान को अन्न दाता| उन्होंने सचिन सिंह यादव की तारीफ करते हुये उन्हें भावी नेता बताया| पूर्व मंत्री नरेश सिंह यादव,पूर्व सांसद छोटे सिंह यादव, मुन्नू बाबु,जिलाध्यक्ष नदीम फारुखी,पूर्व जिलाध्यक्ष चन्द्रपाल सिंह यादव,डॉ० अनार सिंह यादव,तहसीन सिद्दीकी,सचिन सिंह यादव ने अपने विचार व्यक्त किये|
महानगर अध्यक्ष विजय यादव की ठोंकी पीठ
मंच पर महानगर अध्यक्ष विजय यादव ने प्रदेश अध्यक्ष का माल्यार्पण किया| इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने विजय यादव के हाल चाल लिए और पार्टी के लिए बेहतर कार्य के लिए पीठ ठोंकी|
इस दौरान जिला महासचिव मंदीप यादव,अरशद जमाल सिद्दीकी,बॉबी यादव,पूर्व सपा महासचिव समीर यादव,अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव सरदार तोषित प्रीत,महेन्द्र कटियार,पुष्पेन्द्र यादव,विवेक यादव,जितेन्द्र यादव सिरोली वाले,जीतू यादव आदि रहे|