फर्रुखाबाद:जमीअतुल मंसूर के राष्ट्रिय अध्यक्ष पूर्व राज्यमंत्री जावेद इकबाल मंसूरी ने पत्र जारी कर शाकिर अली को प्रदेश महामंत्री के पद से मुक्त कर निलंबित भी कर दिया था| लेकिन शाकिर अली ने पूरे मामले को फर्जी करार देते हुये खुलासा करने की बात कही है| लेकिन उन्होंने प्रेस ने बात के दौरान संगठन का दामन ही छोड़ दिया|
बीते 10 अक्टूबर को जावेद इकबाल मंसूरी ने जारी पत्र में कहा है कि शाकिर उनसे मिलने लखनऊ आये थे| उन्होंने कुछ लोगों के साथ मेरा फोटो खीचकर फेसबुक पर पोस्टकर दिया की उन्हें कार्यवाहक अध्यक्ष भी बना दिया गया है| लेकिन यह नही हुआ है| जावेद इकबाल ने पत्र में कहा है कि शाकिर को एक सप्ताह के भीतर जबाब देने को कहा गया है| इसी के साथ एक कमेटी का गठन भी जाँच के लिये बनायी गयी है|
गुरुवार को शाकिर अली ने अपनी पत्नी मुमताज मंसूरी के साथ आवास विकास स्थित एक होटल में प्रेस से बात की| उन्होंने संगठन पर कई गम्भीर आरोप लगाकर संगठन से अलविदा कह दिया| शाकिर अली ने बताया की उनकी पत्नी मुमताज बेगम ने अपने खुद के संगठन अल-मंसूर एजुकेशनल सोसाइटी एवं सोशल बेलफेयर सोसाइटी (रजि०) के तहत कार्य करने की तैयारी कर ली है|