गोरखपुर: एससी-एसटी एक्ट का विरोध करने के लिए देवरिया में रविवार को सड़क पर उतरे सर्वसमाज संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने भाजपा के प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही के होर्डिंग पर काला पेंट फेंक विरोध जताया। शाही की होर्डिंग पर स्याही फेंकने का पाेस्टर कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इस बीच बरहज के प्रभारी निरीक्षक ने एक वाट्सएप ग्रुप पर विवादित पोस्ट डाल कर मामले को और तूल दे दिया। इस बीच प्रभारी निरिक्षक बरहज ने अपने निजी मोबाइल नम्बर से एक मईल पुलिस मीडिया ग्रुप पर होर्डिंग को लेकर कमेंट कर दिया। एसओ ने लिखा कि ‘चुनाव में भी कालिख पोतनी है’। पुलिस अधिकारी अभी इस पर कुछ भी कहने से इन्कार कर रहे हैं।
यह है मामला
रविवार को देवरिया में एससी-एसटी एक्ट का विरोध करने सड़क पर उतरे सर्वसमाज संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष डा.महेंद्र नाथ पांडेय व कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही के होर्डिंग पर काला पेंट फेंक दिया था। स्याही केवल सूर्य प्रताप शाही के चित्र पर ही पड़ी थी। कुछ देर बाद पहुंचे भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रशासन की मौजूदगी में होर्डिंग उतार दिया था। एससी-एसटी एक्ट का विरोध करने के लिए सैकड़ों की संख्या में सर्वसमाज संघर्ष समिति के बैनर तले लोग सड़क कर प्रदर्शन किया।
डीएम आवास के सामने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। एसडीएम ने पत्रक लेकर जाम समाप्त कर दिया। इसके बाद पीएसी व प्रशासन के लोग मौके से चले गए। लगभग आधे घंटे बाद सुभाष चौक पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के स्वागत में लगाए गए होर्डिंग के पास आधा दर्जन की संख्या में लोग पहुंचे और उस पर काला पेंट फेंक कर फरार हो गए। जबकि कुछ ही दूरी पर पुलिस भी मौजूद थी। एसडीएम सदर रामकेश यादव व शहर कोतवाल विजय नारायण मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंच गए।
इसके बाद भाजपा के नगर अध्यक्ष रमेश वर्मा पहुंचे और उन्होंने कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही को इससे अवगत कराया। उनसे बातचीत के बाद प्रशासन की मौजूदगी में होर्डिंग उतार दिया गया। शहर कोतवाल विजय नारायण ने कहा कि एससी-एसटी एक्ट का विरोध करने वालों ने ही पेंट फेंका हैं। जिलाधिकारी अमित किशोर ने कहा कि पेंट फेंकने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
एसपी ने सीओ को सौंपी जांच
पुलिस अधीक्षक एन कोलांची ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ बरहज सीताराम को जांच सौंप दिया है। एसपी ने कहा कि मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में मामला सही निकला तो थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी