फर्रुखाबाद: गुलाबी गैंग की जिला कमांडर अंजली यादव ने आज राजगौरव हत्याकांड के पीड़ित परिजनों आदि को पुलिस अधीक्षक डॉ के एजिलरशन से मुलाक़ात करवाई| पुलिस अधीक्षक ने निष्पक्ष जांच करवाने का वायदा किया|
नगर के मोहल्ला कछियाना आदि के करीब आधा सैकड़ा स्त्री-पुरुष कचहरी में जिलापूर्ति कार्यालय के सामने एकत्र हुए| वहां उन्होंने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद गुलाबी गैंग जिंदाबाद के नारे लगाए| अंजली यादव के अलावा राजगौरव के पिता आनंद कुमार व बाबा हरीराम पाल, माँ, बहन के अलावा जेल भेजे जा चुके छोटे कुशवाह की माँ सत्यवती, संजीव जाटव की माँ छुन्नी देवी पुलिस अधीक्षक से मिलीं|
इंस्पेक्टर की लापरवाही की पोल खोली
एसपी को अवगत कराया गया कि कोतवाली के इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार ने स्वयं तहरीर लिखवाकर नामजद कराये गए ४ युवकों के अलावा बाद में एक अन्य संतोष जाटव का चालान कर दिया लेकिन यह खुलासा नहीं किया कि राजगौरव की ह्त्या कब, क्यों, कहाँ और किस प्रकार की गयी थी| उसका मोबाइल फोन बरामद नहीं किया गया और न ही काल डिटेल से जांच-पड़ताल की गयी|
आरोप लगाया गया कि राजगौरव की ह्त्या के मामले में उसकी प्रेमिका सीमा व उसकी सहेली निशी को पूरी जानकारी है जिनसे पुलिस ने पूंछ-तांछ नहीं की| निर्दोष संजीव व छूटंकू आदि को जेल भेजा गया| आनंद कुमार ने आरोप लगाया कि इंस्पेक्टर ने रिश्वत ले लिए जाने के कारण हत्याकांड का सही खुलासा नहीं किया और रुपये बसूलने के लिए मोहल्ले के तीन और युवकों को पकड़ लिया था| इंस्पेक्टर पर अविश्वास करते हुए किसी अन्य इंस्पेक्टर से जांच कराये जाने की फ़रियाद की गयी|
कथित ह्त्या की बनाई वीडिओ फिल्म
कादरीगेट चौकी प्रभारी प्रमोद कुमार पाण्डेय पर गुमराह करके कोतवाली में ही रहे मौजूद पुलिस कप्तान से न मिलवाये जाने का आरोप लगाया गया| पीड़ित छुन्नी देवी व सत्यवती ने रोते हुए बताया कि मुलाक़ात के दौरान उनके बेटों ने बताया कि पुलिस ने पीट पीटकर ह्त्या की घटना का इकबाल किये जाने की वीडिओ फिल्म बनायी थी|
पुलिस अधीक्षक ने राजगौरव का मोबाइल फोन बरामद करने का वायदा करते हुए इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि वह लोग पहले क्यों नहीं मिले और कोतवाली में मुलाक़ात न कराने वाले दरोगा के रवैये पर नाराजगी व्यक्त की कि उसकी बहुत शिकायतें हैं| इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक बीके मिश्र, सीओ अम्रतपुर डॉ अभय कुमार गुप्ता मौजूद रहे|