फर्रुखाबाद: बीते कई दिनों से जिला कारागार में अपनी माँ को जेल होने पर उनके साथ आये ना समझ मासूम जब जन्माष्टमी पर कृष्ण-राधा बने तो पूरे जेल परिवार मे जय कन्हैया लाल की हाथी घोडा पालकी गूंज उठा| उनका मनमोहन स्वरूप मानों किशन-राधा से किसी भी मायने में कम नही था|
जिला कारागार फ़तेहगढ़ में इस बार प्रथम बार जन्माष्टमी पर झांकी सजाई गयी| जिसमे पुरुष व महिला बंदियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया| कई दिनों ने चल रही तैयारी आखिर मनमोहक झांकी में बदली तो सभी की निगाहे उस तरह निहारे बिना नही रह पायी| वही सबसे महात्वपूर्ण बात यह रही की जेल प्रशासन व जेल अधीक्षक विजय विक्रम सिंह के नेतृत्व में हुआ| महिला बंदी शकुन्तला का पौत्र विशाल किशन व महिला बंदी सीमा की पुत्री सरस्वती ने राधा का रूप धरा|
जब राधा-किशन का स्वरूप धरे दोनों मासूम सामने आये तो लगा की मानो प्रत्यक्ष रूप से भगवान ही जेल में अवतरित हो गये है| जेल प्रशासन के इस अनोखे प्रयास की सभी ने सराहना की|