इलाहाबाद:शहर में सोमवार की रात रोंगटे खड़े कर देने वाली एक घटना से सनसनी फैल गई। धूमनगंज थाना क्षेत्र के पीपलगांव में रहने वाले किसान मनोज कुशवाहा ने पत्नी व तीन बेटियों की हत्या कर खुदकुशी कर ली।
मनोज उर्फ भुल्लू कुशवाहा (35) किसान था। वह पत्नी श्वेता (30) बेटी प्रीति (8), शिवानी (6), श्रेया (3) और अपने पिता गुलाब चंद्र के साथ रहता था। बताया जा रहा है कि इस घटना के वक्त गुलाब खेत में कुछ काम कराने के लिए चले गए थे। जिसके बाद मनोज ने पत्नी व तीनों बच्चों की हत्या कर दरवाजे में भीतर से ताला लगा दिया। शाम करीब साढ़े पांच बजे गुलाब खेत से लौटे तो दरवाजा खटखटाया। कई बार कुंडी खटखटाने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला। कुछ ही देर में वहां आसपास के लोग जमा हो गए। सूचना पर सीओ व धूमनगंज थाने की पुलिस पहुंची। दरवाजा तोड़कर पुलिस भीतर दाखिल हुई तो मंजर देख दंग रह गई।
एक कमरे में मनोज फांसी के फंदे पर लटक रहा था। एक बेटी की लाश जमीन पर पड़ी थी और उसके नाक व मुंह से खून निकल रहा था। पुलिस ने फ्रिज खोला तो उसमें पत्नी की लाश, अलमारी में दूसरी बेटी की और सूटकेस में तीसरी बेटी का शव मिला। यह देख पुलिस वाले भी हतप्रभ रह गए। एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत से सभी दहल गए।
कुछ ही देर में एसएसपी, एसपी सिटी ने फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वॉयड के साथ पहुंचकर जांच शुरू की। गांव में चर्चा है कि मनोज जुआ खेलता था और काफी पैसा हार गया था। इसके चलते वह ऐसी घटना कर सकता है। फिलहाल एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि अभी कारण स्पष्ट नहीं हुआ है, जांच की जा रही है।
जहर देने की भी रही चर्चा-
बताते हैं कि मनोज की बड़ी बेटी सृष्टि व मझली बेटी शिवानी के मुंह से झाग भी निकल रहा था। चर्चा इस बात की भी रही कि हो सकता है कि उन्हें पहले भोजन में जहर मिलाकर खिलाया गया हो और फिर उनका दबाया गया हो। हालांकि पत्नी व सबसे छोटी के मुंह से झाग जैसी कोई बात पता नहीं चली। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही सारी आशंकाओं का जवाब मिल सकेगा।
मुंडेरा में सब्जी बेचने जाता था मनोज-
शाह उर्फ पीपल गांव निवासी पिता गुलाबचंद्र कुशवाहा ने बताया कि मनोज खेत में सब्जी उगाता था और मुंडेरा ले जाकर बेचता था। फसल के समय में वह गेंहू, चावल की पैदावार करता था। छोटा भाई गोपाल घर में जरूर अलग था पर खेती साथ करते थे। पिता भी बेटों के साथ खेती करता है। मनोज का मझले भाई कल्लू का घर से कोई लेना देना नहीं है। वह ज्यादातर घर से दूर रहता है। पिता ने बताया कि छह माह से वह घर नहीं आया है। रामबाग स्थित टेंट हाउस में काम करता है।
छह कमरों को बांट दिया था बेटों में-
गुलाबचंद्र कुशवाहा ने बताया कि उन्होंने अपने घर में छह कमरे बनवाए हैं। दो-दो कमरे तीनों बेटों को बांट दिया था। कमरे इस तरह बनवाए गए हैं कि कोई बाहरी व्यक्ति बिना मुख्य दरवाजे से होकर अंदर नहीं जा सकता। मनोज को भी मिले कमरे ऐसे थे कि उसमें जाने के लिए सिर्फ एक ही दरवाजा है। यहां तक कि कोई रोशनदान तक नहीं है। इस समय घर की पोताई हुई है। गुलाबचंद्र ने बताया कि अविवाहित कल्लू को भी दो कमरा दिया है, लेकिन वह यहां रहता नहीं है।
करोड़ों की सम्पत्ति के मालिक हैं गुलाब-
बताया जा रहा है कि गुलाबचंद्र करोड़ों की सम्पत्ति के मालिक हैं। खेत भी उनका ऐसी जगह है जिसकी कीमत इस समय आसमान छू रही है। घर की भी कीमत ज्यादा है। ऐसे में अपने पूरे परिवार को खत्म करने वाले मनोज को बच्चों से क्या बैर था। पुलिस का कहना है कि पत्नी से विवाद की बात समझ में आती है, मासूम बच्चों का क्या दोष था।
सामने में भाई के परिवार से नहीं कोई नाता-
गुलाबचंद्र के ठीक सामने भाई फूलचंद्र व उनका परिवार रहता है। दोनों परिवारों के बीच कोई संबंध नहीं है। फूलचंद्र ने बताया कि करीब बीस सालों से किसी तरह का कोई संबंध गुलाबचंद्र व उनके परिवार से नहीं है। न घर में कोई आता जाता है और न ही किसी समारोह में किसी को बुलाता है। आसपास के लोगों ने बताया कि सुबह से कोई नहीं दिखा था। गुलाबचंद्र व दोनों बेटे खेत पर रहते या फिर फिर घर पर। यही उनकी दिनचर्या थी।