फर्रुखाबाद:बीते दिन मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में बीते कई दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे लेखपालों से तत्काल हड़ताल समाप्त करने के निर्देश दिये थे| ना करने की स्थिति में उन्हें बाहर का रास्ता दिखाये जाने का फरमान जारी किया गया था| जिसका बड़ा असर लेखपालों की हड़तालो पर पड़ा है| जिसके चलते कई लेखपालों ने डीएम के सामने काम पर लौटने का लिखित पत्र दिया| वही लेखपाल संघ ने हड़ताल खत्म होने की बात को सिरे से नकार दिया|
बीते दिनों से लेखपाल सभी तहसील मुख्यालयों पर धरना दे रहे थे| जिससे राजस्व सम्बन्धी कार्य के साथ ही साथ आय,जाति, मूल निवासी प्रमाण पत्र भी बनने में कठिनाई हो रही थी| जिससे बीते दिन सीएम योगी आदित्य नाथ भड़क गये थे| उन्होंने हड़ताली लेखपालों की छुट्टी करने का फरमान जारी कर दिया था| जिसके बाद जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि हरकत में आ गये| शनिवार को भोजपुर विधायक नागेन्द्र सिंह राठौर हड़ताल कर रहे लेखपाल शैलेन्द्र सिंह, प्रमोद सिंह, महेश्वर सिंह, प्रदीप माथुर, राहुल सिंह,अनसू मिश्रा, संजय प्रताप सिंह, धीरेन्द्र सिंह, विवेक पाण्डेय व श्याम बाबू के साथ एसडीएम अजीत सिंह से उनके कार्यालय में मिले| जंहा उन्होंने कहा कि वह लोग जनहित में अपने पटल सम्बन्धी सभी कार्य का निर्वाहन करेंगे| लेकिन अपनी मांगो पर अडिग रहेंगे|
उसके बाद सभी लेखपालों की जिलाधिकारी मोनिका रानी के कार्यालय में जाकर परेट करायी गयी| यंहा भी उन्होंने कार्य करने की सहमति दी|
लेखपाल संघ बोला हड़ताल ख़त्म नही,जिला प्रशासन ने किया भ्रामक प्रचार
यूपी लेखापाल संघ के अध्यक्ष श्यामबाबू श्रीवास्तव ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि एसडीएम सदर अजीत सिंह के बुलाने पर कुछ साथी उनसे भेट करने गये थे| उस समय विधायक नागेन्द्र सिंह राठौर भी मौजूद थे| एसडीएम ने धमकाकर किसी पत्र पर हस्ताक्षर करा लिये| जब वह लोग वापस तहसील आ गये तो पता चला की जिला प्रशासन हड़ताल खत्म होने का भ्रामक प्रचार कर रहा है| कोई हड़ताल खत्म नही हुई है| सभी लेखपाल एक जुट है|