आनलाइन होगा बीएड कालेजों का कच्चा चिट्ठा

Uncategorized

फर्रुखाबाद, 10 फरवरी, शिक्षकों के नाम पर बीएड महाविद्यालयों द्वारा किये जा रहे फर्जीवाड़े पर नकेल कसने के लिये लखनऊ विश्वविद्यालय अब इन महाविद्यालयों के अध्यापकों का व्योरा इंटरनेट पर आनलाइन सार्वजनिक किये जाने पर विचार कर रहा है।

विदित है कि मानकों के अनुसार बीएड कॉलेज में 100 सीटों पर 7 शिक्षक और एक प्राचार्य की नियुक्ति अनिवार्य है। आम तौर पर मान्यता के समय यह सारी औपचारिकतायें केवल कागजों पर ही पूर्ण कर ली जाती है। एक ही डि्ग्री धारक शिक्षक के कागज कई कई महाविद्यालयों की फाइलों का पेट भर देते हैं, और कक्षायें सूनी पड़ी रहती हैं।

हाल ही में नगर के सिटी पब्लिक स्कूल महाविद्यालय में तो बालक और बालिकाओं के लिये अलग अलग मान्यता वाले बीएड कालेजों मे जिलाधिकारी के निर्देश पर कराई गयी मजिस्ट्रेटी जांच में 300 से अधिक छात्रों पर मात्र दो शिक्षक ही नियुक्त होने का राज खुला। हद तो यह कि छात्रों ने मजिस्ट्रेट के सामने दोनों महा विद्यालयों की कक्षायें एक ही हाल (कक्ष) में संचालित होने का भी खुलासा किया।

नई व्यवस्था के अंतर्गत बीएड शिक्षकों का पूरा नाम, शैक्षणिक योग्यता, फोटो, नियुक्ति की तिथि, आदि विवरण लविवि की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। अभी यह सूचना चाहने वालों को सूचना के अधिकार का उपयोग करना पड़ता है। क्योंकि संबंधित महाविद्यालय और यूनिवर्सिटी के बाबू तो आसानी से यह सूचना देते नहीं हैं। शिक्षा के नाम पर बीएड कॉलेजों द्वारा चलाये जा रहे खेल को रोकने के लिये विश्चविद्यालय यह कदम उठाने जा रहा है।