फर्रुखाबाद: अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती द्वारा ग्रीष्मकालीन कला संस्कृति कार्यशाला का भव्य शुभारंभ किया गया| जिसमे संस्था के द्वारा युवाओं को भारतीय संस्कार निखारने की जमकर सराहना हुई|
नगर के सरस्वती शिशु मंदिर सेनापति में आयोजित हुई कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंची समाजसेवी डॉ० रजनी सिंह एवं प्रजापति ब्रह्मा कुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय फतेहगढ़ की बीके सुमन ने भगवान नटराज के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया| सचिव आकांक्षा सक्सेना ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया| कार्यशाला संयोजक अर्पण शाक्य ने कहा कि संस्कार भारती कलाओं के माध्यम से नई पीढ़ी में संस्कार निर्माण का कार्य कर रही है| डॉ० रजनी सरीन ने कहा कि संस्कार भारती नवोदित कलाकारों को मंच प्रदान करके अपनी कला को निखारने का अवसर देती है| भारतीय कलाओं के माध्यम से व्यक्ति को संस्कारित करने का कार्य संस्कार भारती कर रही है|
बीके सुमन ने कहा कि भारतीय कलाओं के माध्यम से आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति प्राप्त होती है| प्रांतीय महामंत्री कानपुर प्रांत सुरेंद्र पाण्डेय ने कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर संस्कार भारती संगीत,नृत्य,नाटक आदि 8 विधाओं के माध्यम से संपूर्ण भारत में संस्कारित करने का कार्य कर रही है| कानपुर प्रांत में 6 स्थानों कानपुर,बांदा,चित्रकूट,झांसी,फर्रुखाबाद व कायमगंज में कार्यशाला आयोजित कर समाज को संस्कारित करने का कार्य हो रहा है|
कार्यकारी अध्यक्ष संजय गर्ग ने कहा कि संस्कार भारती पूरे भारत में कई वर्षों से नव युवकों को विभिन्न कलाओं से में पारंगत कर उन्हें हुनरमंद बना रही है| इस दौरान अध्यक्ष रविंद्र यादव, राघव दत्त मिश्रा, प्रमोद अग्रवाल, रविंद्र भदौरिया,आदेश अवस्थी,भारती मिश्रा,पंकज पाण्डेय, दीपक सक्सेना,सुनीता सक्सेना आदि रहे|