फर्रुखाबाद: कोर्ट के किसी प्रकार के निर्णय से पहले ही महामंडलेश्वर यतीन्द्रा गिरि ने राम मंदिर को लेकर पहले ही घोषणा कर दी| उन्होंने कहा कि अयोध्या का निर्णय तो हो चुका वंहा रामलला थे| कोर्ट भी वही फैसला करेगा जो सही है| उनके इस तरह बयान देने के बाद से कई सवालिया निशान जरूर लग गये|
पूर्व मंत्री स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की पुण्यतिथि पर आयोजित संकल्प दिवस में पहुंचे महामंडलेश्वर यतीन्द्रा गिरि महाराज ने कहा कि कोर्ट के बाहर यदि अयोध्या मामले का कोई हल निकलता तो कब का निकल चुका होता, लेकिन ऐसा नहीं हो सका| जो लोग कोर्ट के बाहर समझौता कराने की बात कर रहे हैं वह लोग अब तक कहां थे| उन्होंने कहा की समझौता कराने वाले सिर्फ मीडिया में अपना चेहरा दिखाने के लिए ही ऐसा कर रहे हैं| उन्हें कोर्ट के बाहर समझौता कराने के लिए ना ही इस्लाम या ना ही हिंदू धर्मगुरुओं ने अधिकृत किया है| वह केवल मीडिया में रहने व अपना चेहरा चमकने का प्रयास कर रहे है| कोर्ट के निर्णय से पहले ही महामंडलेश्वर यतीन्द्रानंद गिरि महाराज ने कहा है कि अयोध्या का निर्णय तो हो चुका वहां रामलला है इसके सबूत भी है| कोर्ट भी वही फैसला देगा जो सच है| इसके बाद उन्होंने कहा की यदि राम की कृपा हुई तो 2018 के अंत तक राममंदिर के निर्माण शुरू हो जायेगा| उनके इस तर्कसंगत बयान से सवालिया निशान जरूर खड़े हो गए चर्चा रही कि महामंडलेश्वर को पहले से ही कैसे मालूम है कि कोर्ट आखिर क्या निर्णय देने वाला है| इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश में दो से जादा बच्चे पैदा करने पर सजा का प्रविधान किया जाये| जिससे देश की जनसंख्या पर रोंक लगे| सोताबहादुर पुर के प्रधान जमील अहमद ने महामंडलेश्वर का मालाओं से स्वागत कर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की|