लखनऊ:ताजनगरी आगरा में पांच वर्ष के लिए अध्यक्ष बनने के बाद समाजवादी पार्टी के नए मुखिया अखिलेश यादव आज पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से भेंट करने उनके घर पहुंचे हैं। आगरा में जाने को लखनऊ से निकलने के बाद घर वापस आने वाले मुलायम सिंह यादव के साथ अखिलेश यादव की भेंट बंद कमरे में हो रही है।
समाजवादी पार्टी का अध्यक्ष बनने के बाद आज पहली बार अखिलेश यादव पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के साथ मुलाकात करने उनके आवास पांच विक्रमादित्य मार्ग पहुंचे हैं। यह उनकी पार्टी का अध्यक्ष बनने के बाद पहली मुलाकात है। इससे पहले आगरा जाने से दो दिन पहले अखिलेश यादव उनसे भेंट करने उनके आवास गए थे। तब माना जा रहा था कि अखिलेश यादव उनको आगरा में होने जा रहे राष्ट्रीय अधिवेशन में शिरकत करने का निमंत्रण देने गए थे।
लखनऊ में पिता तथा पुत्र ने बंद कमरे में मुलाकात की। इस भेंट के दौरान स्टाफ और बाकी लोगों को कमरे से हटाया गया। मुलायम सिंह यादव के नई पार्टी बनाने से इनकार करने के बाद अखिलेश ने उनसे मुलाकात करके राष्ट्रीय अधिवेशन में आने का निमंत्रण दिया था। मुलायम ने शिवपाल से भी मतभेद भुलाने को कहा। इसी का नतीजा रहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन से एक दिन पहले शिवपाल ने अखिलेश को फोन करके नए अध्यक्ष बनने की अग्रिम बधाई दी, तो अखिलेश ने कहा कि चाचा का हमेशा से उन पर आशीर्वाद रहा है। माना जा रहा है कि आज की इस मुलाकात के बाद से पिता-पुत्र में सुलह की संभावना तेज होती जा रही है।
आगरा में अखिलेश यादव ने किया ऐलान
समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन 5 अक्टूबर को आगरा में हुआ था। समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एक निजी कार्यक्रम में थे, यहाँ उन्होंने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव पर बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि आगरा के होम्योपैथिक के डॉक्टर पारिख ने देश का गौरव बढ़ाया।
नेताजी ने इन्हें यश भारती दिया था और आज प्रदेश की हालत खराब है। नेताजी पर पूछे सवाल पर कहा वे जल्द समाजवादी पार्टी के मंच पर दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि नेताजी के जन्मदिन को जिला व तहसील स्तर पर जोर-शोर से मनाया जाएगा।