फर्रुखाबाद:(कंपिल) भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट ) की महापंचायत में किसानो ने पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया| पंचायत में पूर्व में हुई कोटेदार की मौत पर हुये बबाल में किसान यूनियन नेताओ पर फर्जी मुकदमा दर्ज करने को लेकर पुलिस का विरोध कर मुकदमा वापस लेने की मांग की गयी| मुकदमा वापस ना होने पर आन्दोलन की चेतावनी भी दी गयी|
कस्बे में स्थित केएसआर इंटर कॉलेज के मैदान आयोजित किसानों यूनियन की महापंचायत में किसान जमकर पुलिस पर बरसे| महापंचायत में कहा गया कि एक माह पूर्व क्षेत्र के गांव समुद्दीनपुर में तत्कालीन थानाध्यक्ष ललितेश त्रिपाठी के दारा रात को कोटेदार के घर जाकर मारपीट की गयी| जिसमे कोटेदार की मौत हो गयी थी| जिसके बाद ग्रामीणों ने जब थाने के बाहर प्रदर्शन किया तो पुलिस ने संगीन धाराओ में 38 नामजद व 250 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मुकदमे में किसान यूनियन (भानु गुट)के प्रदेश सचिव राजाराम शर्मा को आरोपी बनाया गया था। महापंचायत में आये संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि पुलिस यदि निर्दोष लोगो पर दर्ज मुकदमा वापस नही लेती है तो डेरा डालो घेरा डालो आंदोलन होगा| जिसमे पूरे देश के किसान एकत्रित होंगे|
उन्होंने कहा कि योगी सरकार कर्जमाफ़ी के नाम पर किसानो को लालीपॉप दे रही है| कर्जमाफी पर कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण देश का किसान कर्जदार हुआ। भाजपा ने लघु सीमांत किसानों का पूरा कर्ज माफ करने का वादा किया था, लेकिन कर्ज माफ होते-होते एक लाख पर रह गया। महीलाओ को सरकार 5000 हजार रूपये पेंशन दे| वही किसान की मौत होने अपर उसे 10 लाख मुआवजे के तौर पर सरकार को देना चाहिए|
कहा कि आलू का मूल्य 487 रुपये निर्धारित कर किसानों के साथ मजाक किया जा रहा हैमहापंचायत के बाद तहसीलदार गजेन्द्र सिंह को ज्ञापन सौप गया| इस दौरान स्वदेश अली,मुन्ना लाल सक्सेना,महिपाल सिंह,हरपाल सिंह,रागिब हुसैन,बलवन्त सिंह आदि किसान नेता मौजूद रहे ।अध्यक्षता गंगाचरन यादव व संचालन मुन्नालाल ने किया।
महापंचायत का वीडियो बना रहे सिपाही को हड़काया
जिस समय बैठक का दौर चरम पर था उसी समय थाने का एक सिपाही किसानो के भाषण का वीडियो बना रहा था यह देख किसान नेता आक्रोशित हो गये| उन्होंने सिपाही को खरी-खोटी सुना दी| जिससे सिपाही मौके से खिसक गया|