फर्रुखाबाद: परिषदीय स्कूलों में हो रही परीक्षा की बदहाल व्यवस्था में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। विभाग द्वारा प्रश्न पत्र दिए जाने के बाद भी बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर प्रश्न पत्र के साथ ही उत्तर भी लिखकर दिये गये| वही अधिकांश विधालयों में बच्चो ने जमीन पर बैठकर परीक्षा दी| पूरे जिले के अधिकांश विधालय में यही हालत देखने को मिले|
यूपी में योगी सरकार आने के बाद शिक्षा की व्यवस्था सुधरने का नाम नही ले रही है| करोड़ों रूपये खर्च करने के बाद भी बच्चो का शिक्षा का स्तर क्या है यह सरकार बनने के बाद सोमबार को हुई परीक्षा में नजर आ गया| कन्या पूर्व माध्यमिक विधालय बढ़पुर में हिंदी व संस्कृत की परीक्षा दो पालियों में होनी थी| लेकिन हाल यह है कि दोनों पालियों की परीक्षा एक ही पाली में करा दी गयी|
पहली पाली में हिंदी की परीक्षा 11 बजे सम्पन्न होनी थी| जबकी उसके बाद संस्कृत की परीक्षा का आदेश था| लेकिन विधालय में हिंदी की परीक्षा जल्द से जल्द कराने के बाद शिक्षिकाओं ने व्लैक बोर्ड पर प्रश्न तो लिखे ही साथ ही साथ उनके उत्तर भी अंकित कर दिये| वही विकास खंड कमालगंज के ग्राम प्राथमिक विधालय महमदपुर अमलैया में भी बच्चों को पर्ची देकर नकल करायी गयी| वही कमालगंज विकास खंड के दानमंडी प्राथमिक विधालय में भी बच्चो को व्लैकबोर्ड पर प्रश्न और उत्तर लिख दिये गये| वही अधिकतर विधालयो में पेपर भी बहुत लेट पंहुचे| वही सूत्रों की माने तो विधालयों में पेपर वितरण में भी अबैध बसूली की गयी|
बीएसए अनिल कुमार ने जेएनआई को बताया कि जिन विधालयों ने व्लैकबोर्ड पर उत्तर लिखे गये है| उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जायेगी|