हरियाणा: सीबीआई कोर्ट की ओर से साध्वी से रेप मामले में आरोपी करार दिए गए डेरा सच्चा प्रमुख बाबा राम रहीम के काले कारनामों का एक-एक कर खुलासा हो रहा है. फैसले के बाद शुक्रवार को उनके समर्थकों ने हरियाणा-पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में जमकर बवाल काटा. बड़े पैमाने पर सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया. हिंसा में 32 मौतें भी हुई.
इस बीच प्रशासनिक कारवाईयों में डेरा समर्थकों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद होने का मामला सामने आ रहा है. इनमें एके 47/राइफल जैसे हथियार शामिल हैं| जानकारी के मुताबिक़ बाबा के तमाम आश्रमों में घातक हथियार मिले हैं. बाबा आश्रमों में अपनी समानांतर सेना रखता था. हालांकि बाबा की ऐसी हरकतों को लेकर आज से सात साल पहले ही सेना ने इस ओर ध्यान दिला दिया था. बता दें कि एके 47 जैसा हथियार सिविलियन को रखने की अनुमति नहीं है.
विस्फोटक भी मिला
डीजीपी हरियाणा ने शनिवार को बताया कि डेरा समर्थकों के पास से कई तरह के खतरनाक हथियार बरामद हुए हैं. इनमें एके 47 के अलावा कारतूस, पेट्रोल बम भी शामिल हैं. करनाल में एक डेरे पर कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद हुआ. करीब सात साल पहले बाबा राम रहीम की गतिविधियों को लेकर सेना ने हथियारों की ट्रेनिंग से जुड़ी एडवाइजरी जारी की थी. तब हरियाणा सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया.
क्या था सेना की एडवाइजरी में ?
सेना ने ये एडवाइजरी दिसंबर 2000 में जारी की थी. डेरा पर हथियारों की ट्रेनिंग का आरोप लगा था. रिपोर्ट्स के मुताबिक़ तब इस मामले में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने एक नोटिस जारी कर हरियाणा सरकार से अवैध हथियारों की मौजूदगी और ट्रेनिंग के मामले की पूरी जानकारी मांगी थी. हालांकि सरकार ने पूरे मामले में डेरा को क्लीन चिट देकर अपनी रिपोर्ट सौंप दी.
रेप के अलावा ये चार मामले भी राम रहीम के ऊपर
1) रंजीत सिंह मर्डर केस
राम रहीम पर डेरा सच्चा के मैनेजर रंजीत सिंह की मर्डर की साजिश में शामिल होने का आरोप है. जुलाई 2002 में रंजीत का मर्डर हुआ था. माना गया कि रंजीत की वजह से ही साध्वी का ख़त आश्रम के बाहर आ पाया. बाद में इसी के आधार पर रेप मामले में सीबीआई कोर्ट ने राम रहीम को दोषी माना. रंजीत के मर्डर की सुनवाई फिलहाल अंतिम दौर में है.
2) रामचंद्र छत्रपति मर्डर केस
रामचंद्र छत्रपति एक सांध्य दैनिक का सम्पादक था. उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखे साध्वी के ख़त को छापकर पूरे मामले में राम रहीम के काले कारनामों का खुलासा किया था. इस रिपोर्ट के कुछ दिन बाद 23 अक्टूबर 2002 को छत्रपति को गोली मार दी गई थी. दिल्ली में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मामले में राम रहीम के अलावा तीन लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया गया.
3) भक्तों को नपुंसक बनाने का आरोप
राम रहीम पर डेरा मुख्यालय के अंदर अपने 400 भक्तों को नपुंसक बनाने का भी मामला चल रहा है. 23 दिसंबर 2014 को हाईकोर्ट ने सीबीआई को साक्ष्य जुटाने का निर्देश दिया. मामले में दर्ज शिकायत के मुताबिक़ आश्रम में बाबा ने अपने भक्तों को जबरन नपुंसक बनवाया.
4) ड्रेस विवाद
इस विवादित मामले की वजह से साम्प्रदायिक तनाव पैदा हो गया था. दरअसल, 2007 में विवाद की वजह राम रहीम द्वारा गुरु गोविंद सिंह के ड्रेस की तरह परिधान पहनना था. राम रहीम के ऐसा करने के बाद हरियाणा और पंजाब जल साम्प्रदायिक आग में जल उठा. तब भी कई दिनों तक काफी हिंसा हुई. बठिंडा पुलिस ने केस भी दर्ज किया था. हालांकि 2014 में पंजाब सरकार ने मामले को विथड्रा कर दिया.