फोटो प्रदर्शनी में दिखी कैमरे की पैनी नजर

FARRUKHABAD NEWS सामाजिक

फर्रुखाबाद: विश्व फोटो ग्राफ़ी दिवस के अवसर पर आयोजित की गयी फोटो प्रदर्शनी में छाया चित्रों का अनूठा संगम देखने को मिला| जिसमे कई फोटो लोगो को वेहद पसंद आयी|

शहर के एशियन कम्प्यूटर सेंटर पर विश्व फोटोग्राफ़ी आयोजन समिति व् मिडिया ग्रुप के माध्यम से प्रेस फोटो ग्राफरों की एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया| जिसमे बड़ी संख्या में विभिन्य प्रेस फोटो ग्राफरों ने हिस्सा लिया| प्रेस छायाकारो के माध्यम से बाढ़ की विभीषिका, लुप्त होती गौरैया, धर्मकर्म, प्राचीन मूर्ति कला , बंदरो का परिवार, मेलाराम नगरिया, गंगा में पुल से कूदते बच्चे आदि सैकड़ो प्रकार की तस्वीरे लगायी गयी| गंगा में कूदते बच्चे की तस्वीर को खूब सराहा गया|

आयोजन समिति ने वर्षो से पत्रकारिता की क्षेत्र में कार्य कर चुके पूर्व फोटोग्राफर मुकेश शुक्ला को मुख्य अतिथि बीजेपी नेता मनोज अग्रवाल के द्वारा सम्मानित कराया| इसके साथ ही साथ जेएनआई के जिला संवाददाता दीपक शुक्ला को कला गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया| इसके साथ अमर उजाला से टिंकू दीक्षित,दैनिक जागरण से अंशुल गंगवार, हिंदुस्तान से अक्षय दीक्षित, आज से सीपू तिवारी, समृद्धि न्यूज अख़बार के लक्ष्मीकान्त, जेएनआई के प्रमोद द्विवेदी, मिडिया सेंटर के रिंकू पाण्डेय, वरिष्ठ फोटो ग्राफर रविन्द्र भदौरिया को मंच से प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया |

बीजेपी नेता मोहन अग्रवाल ने कहा कि फोटोग्राफी बड़े ही संघर्ष का कार्य है| उन्होंने कहा कि आदि काल से ही फोटो ग्राफी की कला अजन्ता एलोरा की गुफाओ में मिलती है| लेकिन आज फोटोग्राफी डिजिटल हो गयी है फोटोग्राफी ना जानते हुये भी आज अचानक मोबाइल से फोटो खीच लेते है| जो कभी-कभी मिशाल बन जाती है| उपकार मणि ने कहा की समाचार में फोटो से ही जान आती है| फोटो उनकी सत्यता को प्रमाणित करती है| रविन्द्र भदौरिया ने कहा कि फोटो ग्राफी को समय के हिसाब से बदलते रहना चाहिए| संजय गर्ग, राजेश हजेला, राघव दत्त मिश्रा ने भी अपने विचार रखे| कार्यक्रम का संचालन एशियन कम्प्यूटर के निदेशक सुरेन्द्र पाण्डेय ने किया | आकांक्षा सक्सेना आदि मौजूद रही|