फर्रुखाबाद: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने साफ कहा है कि अभी सभी शिक्षामित्र सहायक अध्यापक ही है| वह तब तक रहेंगे जब तक की उनके पास शासन से कोई आदेश नही आ जाता|
धरना दे रहे शिक्षामित्रो ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौपा| जिसमे उन्होनें कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से प्रदेश के 1 लाख 72 हजार शिक्षामित्रो का रोजगार चला गया| बेसिक शिक्षा प्रणाली को हम लोगो ने 17 वर्षो तक अपने खून पसीने से सींचा है| हम लोगों को अपने ही घर से बेदखल कर दिया गया| शिक्षामित्रो क लिये आज के समय में एक मात्र यूपी की सरकार से न्याय की उम्मीद है| उन्होंने मांग रखी की समान कार्य व समान वेतन तत्काल लागू किया जाये| संविधान में संसोधन करके कानून पारित कर हमारे पद को सुरक्षित किया जाये| सुप्रीमो कोर्ट में पुन: याचिका सरकार द्व्रारा लागू की जाये|
शिक्षा मित्रो ने कहा की बीएसए के द्वारा एक पत्र जारी किया गया जिसमे विधालयो में शिक्षामित्रो से सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित हुये कर्मियों की अनुपस्थित देखकर कार्यवाही करने के आदेश दिये गये |इस पर शिक्षामित्रो ने साफ किया किया की वह जब तक निर्णय नही आता तब तक विधालय नही जायेगे| यदि कार्यवाही हुई तो विभाग परिणाम भुगतेगा| बताते चले की वर्ष 2014 ने कुल 555 शिक्षामित्रो का समायोजन किया गया था| वर्ष 2015 में 1308 शिक्षा मित्रो का समायोजन किया गया था| वही 148 शिक्षामित्र असंयोजित थे|
बीएसए ने सभी शिक्षामित्रो से कहा कि वह अभी सहायक अध्यापक ही है| वह अपने सहायक अध्यापक के पद पर कार्य करते रहेंगे जब तक की शासन से उनके पास कोई आदेश इस सम्बन्ध में नही आ जाता| इस लिये सभी अपने पद पर फ़िलहाल सहायक अध्यापक की हैसियत से कार्य करे| आदेश आने पर अग्रिम कार्यवाही होगी| जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने कहा कि यदि बीएसए ने कोई आदेश उपस्थिति के सम्बन्ध में जारी किया है तो उसे तत्काल वापस लेने के निर्देश दिये जायेगे|