फर्रुखाबाद: भ्रष्टाचार से आम जनता को निजात दिलाने के लिये जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने अनूठी पहल की है| उन्होंने लोहे से लोहे को काटने का काम किया है| कर्मचारी भ्रष्टाचार ना करे और अफसर ठीक ने आम जनता का काम करे| इसके लिये उन्होंने जिले के 576 कर्मचारी व कोटेदारो को जेल का दौरा कराया और दिखाया कि जिन कर्मचारियों ने भ्रष्टाचार किया वह आज जेल में किस तरह से बंद है |
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने सातनपुर गल्लामंडी में सभी एसडीएम, तहसीलदार, बीएसए, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायती राज अधिकारी जिला पूर्ति अधिकारी, सचिव मंडी समिति, नायब तहसीलदार, लेखपाल, कोटेदार, ग्राम सचिव, एबीआरसी, एनपीआरसी, बल विकास परियोजना अधिकारी की एक बैठक बुलाई| जिसमे जिलाधिकारी ने योगी सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त शासन की मंशा से सभी को अवगत कराया|
उन्होंने कहा कि जनता के साथ न्याय नही हो रहा है| कोई सुधार नही हो रहा है| गाँवों की जमीन पर कब्जे की सूची अभी तक उपलब्ध नही हो पा रही है| उन्होंने कहा की सरकार का सपना है कि जो गरीब पात्र है उन्हें सरकार की योजना का लाभ मिले| गरीब की भूमि पर दूसरे लोग कब्जा न करे| उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा को पूरा करने के लिये किसी भी हद तक जा सकता हूँ| उन्होंने सभी को जेल चलकर देखने के आदेश दिये और कहा कि जेल में पीडब्लूडी, पुलिस, राजस्व, परिवाहन, बिधुत विभाग, शिक्षा विभाग के कर्मचारी जेल में बंद है| उन्होंने कहा कि 15 शिक्षक व 15 पुलिस कर्मी जेल में है|
उन्होंने सभी को जेल मे चलने के निर्देश दिये| इसके बाद वह लगभग 576 कर्मचारी व अधिकारीयों को लेकर सेन्ट्रल जेल पंहुचे और उन्हें जेल का निरीक्षण कराया| जेल में बंद लगभग 88 विभिन्य विभागों के कर्मचरियों का अनुभव साजा कराया| एक जगह बैठकर एक गोष्ठी का आयोजन जेल के भीतर किया गया | जिलाधिकारी ने बताया कि सरकार के फरमान के बाद भी जिले में काफी शिकायते आ रही है कि अधिकारी व कर्मचारी ठीक से कार्य नही कर रहे है| वह शायद कानून को भली प्रकार नही जानते है| इस लिये सभी को सेन्ट्रल जेल भेजा गया कि उन्हें इस बात का पता चले की कानून तोड़ने पर उन्हें जेल भी जाना पड़ सकता है|