फर्रुखाबाद : केंद्र सरकार के द्वारा संचालित हो रही उज्ज्वला योजना की वर्षगांठ सम्बधित अधिकारीयों और गैस वितरको ने धूमधाम से बनायी| इसके साथ ही साथ योजना की प्रगति की भी समीक्षा की गयी| जिसमे निकलकर आया की जिले में उज्जवला अपनी लक्ष्य से काफी पीछे है|
शहर के ठंडी सड़क स्थित एक गेस्ट हाउस में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये एलपीजी के डिप्टी सेल्स मैनेजर ने उज्ज्वला योजना के विषय में जानकारी देते हुये कहा कि उज्ज्वला योजना का मुख्य उद्देश्य पूरे भारत में स्वच्छ ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देना है जो कि मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन वितरित करके पूरा किया जा सकता है। योजना के लागू करने का एक उद्देशय यह भी है कि इससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा और महिलाओं के स्वास्थ्य कि भी सुरक्षा कि जा सकती है| वर्तमान में उपयोग में आने वाले अशुद्ध जीवाश्म ईंधन के उपयोग को कम करना और शुद्ध ईंधन के उपयोग को बढाकर प्रदुषण में कमी लाना भी योजना के प्रमुख लक्ष्यों में से एक है। जो बीमारियाँ खाना बनाने के लिए उपयोग में आने वाले अशुद्ध जीवाश्म ईंधन के जलने से होती हैं, उज्ज्वला योजना के लागू होने के बाद उनमें भी कमी आने की सम्भावना है। इस प्रकार यह योजना महिलाओं और बच्चों को स्वस्थ रखने में भी सहायक सिद्ध होगी।
जेेेएनआई से विशेष बातचीत में डिप्टी सेल्स मैनेजर ने कहा कि उज्जवल योजना में 2011 के आंकड़ो के आधार पर गैस कनेक्शन दिये गये| जिले में कुल 1 लाख 4 हजार 711 गैस कनेक्शन उज्ज्वला योजना के तहत होने थे| जिसमे से अभी तक केबल 37730 ही कनेक्शन हो पाये है| अभी 65981 परिवारों को कनेक्शन उपलब्ध नही हो सका है| जिसका मुख्य कारण डाटा की गडबडी है| उसकी सूचना मंत्रालय को भेज दी गयी है| डाटा अपडेट का कार्य शुरू भी हो गया है| जैसे शुद्ध डाटा आयेगा| बचे हुये सभी पात्रो को उज्ज्वला का कनेक्शन दे दिया जायेगा| इसके साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि पूरे जिले में अभी उज्ज्वला को मिलाकर दो लाख कनेक्शन ही है| जिले में भारत की 4,हिंदुस्तान की 6 व इंडियन ऑयल की 16 गैस एजेंसी है | बलराम गैस एजेंसी, पटेल गैस सर्विस,जितेन्द्र गैस सर्विस दर्जनों वितरक मौजूद रहे|