फर्रुखाबाद: यूपी सरकार बेसिक शिक्षा को सुधारने और छात्रों के भविष्य को निखारने की समीक्षा कर करने में जुटी है तो वही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और उनके कारिंदों की कार्य प्रणाली सरकार की मंशा के प्रति कितनी जागरूक है यह साफ़ देखने को मिला| जिले में आयोजित होने वाली स्काउट रैली कागजो के पन्नो में ही सिमट गयी और उसके बजट का भी बंदर बाँट किया गया|
जिले के बेसिक शिक्षा से जुड़े बच्चो के लिये शासन ने जनवरी-फरवरी माह में स्काउट रैली जिला स्तर से लेकर व्लाक स्तर पर आयोजित करने के आदेश दिये गये थे| सूत्रों से मिली जानकारी में मुताबिक प्रति एक व्लाक को इसके लिये बजट आबंटित किया गया था| जिसकी धनराशि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को आबंटित करा भी दी गयी थी| लेकिन इसके बाद भी रैली का आयोजन नही हुआ और धनराशि का बंदर बाँट कर दिया गया|
जिला स्काउट-गाइड कमिश्नर ओमप्रकाश सिंह रघुवंशी ने बताया कि उन्होंने इसके लिये कई बार पत्र जिला स्काउट मास्टर चमन शुक्ला को दिये इसके बाद भी रैली नही करायी गयी| इसका बजट भी ही आया था| वही प्रदेश संगठन कमिश्नर कामिनी श्रीवास्तव ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नही है| स्काउट गाइड के सचिव आलोक कुमार दुबे ने जेएनआई को दूरभाष पर बताया कि यदि रैली नही हुई तो यह नियम विरुद्ध है| इसके लिये कार्यवाही कि जायेगी|