गायत्री प्रजापति का पासपोर्ट रद, गिरफ्तारी वारंट और लुकआउट सर्कुलर जारी

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लखनऊ:सामूहिक दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं के आरोपी परिवहन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत सातों आरोपियों के खिलाफ शाम गैर जमानती वारंट जारी हो गया है। आरोपियों के खिलाफ ये वारंट विवेचक सीओ आलमबाग अमिता सिंह के अनुरोध पर पॉक्सो कोर्ट के विशेष न्यायाधीश डॉ. लक्ष्मीकांत राठौर ने जारी किया है।

विवेचक अमिता सिंह ने अदालत आकर एक अर्जी प्रस्तुत कर अनुरोध किया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में दर्ज एफआइआर की विवेचना वह कर रही हैं। पिछले कई दिनों से आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बराबर दबिश दी जा रही है। परंतु अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए सभी आरोपी फरार हैं। विवेचक का अनुरोध था कि अभियुक्तों के विरुद्ध अग्रिम कार्यवाही के लिए उनके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाना आवश्यक है।

विवेचक द्वारा अदालत कहा गया है कि चित्रकूट निवासी पीडि़ता का दिल्ली में बयान दर्ज करने के बाद 25 फरवरी को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संध्या श्रीवास्तव द्वारा उसका बयान दर्ज किया गया है। जिसमें उसके द्वारा प्रथम सूचना रिपोर्ट का समर्थन किया है। इसके बाद से सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है परंतु वह मिल नहीं रहे हैं। अदालत ने केस डायरी पर उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर सभी आरोपियों के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। गायत्री संग एफआइआर में नामजद आलमबाग निवासी विकास वर्मा लखनऊ में तैनात अपर नगर मजिस्ट्रेट टीपी वर्मा का बेटा है।

मडि़यांव के सीतापुर रोड योजना निवासी चंद्रपाल उनका शैडो है। सरवनपुर अमेठी निवासी अशोक तिवारी लेखपाल है। रजनीखंड शारदानगर आशियाना निवासी रूपेश्र्वर उर्फ रूपेश सचिवालय में अतिरिक्त निजी सचिव के पद पर तैनात है। नौबस्ता कानपुर निवासी आशीष शुक्ला ठेकेदार है। विकासखंड गोमतीनगर निवासी अमरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू सिंह गायत्री का अमेठी से क्षेत्र प्रतिनिधि है, जो जमीन से लेकर अन्य सारा कारोबार भी देखता है।

छुट्टी के दिन दफ्तर खोलकर गायत्री का पासपोर्ट सस्पेंड

मंत्री गायत्री प्रजापति को विदेश भागने से रोकने के लिए छुट्टी के दिन गोमतीनगर स्थित पासपोर्ट दफ्तर खोला गया और मात्र एक घंटे के भीतर दस्तावेज खंगालकर गायत्री के पासपोर्ट को चार सप्ताह के लिए सस्पेंड करने की कार्रवाई पूरी कर दी गई। इस कार्रवाई के लिए एसएसपी मंजिल सैनी ने पासपोर्ट अधिकारियों से कहा था। ऐसा पहली बार हुआ जब पासपोर्ट विभाग ने पासपोर्ट धारक का जवाब मिलने से पहले ही उसको सस्पेंड कर दिया। गायत्री प्रजापति को पासपोर्ट विभाग ने एक नोटिस भी जारी कर दी है।

जिसमें कहा गया है कि उनका पासपोर्ट सस्पेंड अवधि समाप्त होने के बाद निरस्त कर दिया जाएगा। लिहाजा गायत्री प्रजापति को अपना जवाब चार सप्ताह के भीतर देना होगा। संतोषजनक जवाब न मिलने पर पासपोर्ट निरस्त हो जाएगा। गायत्री प्रजापति विदेश भागने की फिराक में थे। इसी सूचना के बाद शुक्रवार को चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर अलर्ट जारी कर दिया गया। सुरक्षा एजेंसियां एयरपोर्ट पर सतर्क हो गई। वहीं यह सूचना भी मिली थी कि गायत्री प्रजापति देश के किसी दूसरे एयरपोर्ट से विदेश भाग सकते हैं। इसी के चलते यह कार्रवाई कराई गई। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि एसएसपी के पत्र के कारण छुट्टी के दिन कार्यालय खोला गया था। केवल एक घंटे में गायत्री प्रजापति का पासपोर्ट सस्पेंड कर दिया गया।