फर्रुखाबाद: समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और सीएम अखिलेश यादव के बीच चल रही खीचतान से जिले का संगठन भी प्रभावित हुआ है| पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी भले ही कुछ भी ना बोल रहे हो लेकिन अंदर ही अन्दर आग जल रही है| अभी नये जिलाध्यक्ष ने चार्ज नही लिया लेकिन विरोधियों का मुंह कौन बंद करे| चर्चा हो रही है की जो लोग पार्टी छोड़ कर बीएसपी में चले गये थे उनको पार्टी की कमान सौपी जा रही है|
बीते दिन सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने पूर्व चेयरमैंन नदीम फारुखी को पार्टी का जिलाध्यक्ष घोषित किया था| जिससे पार्टी के एक खेमे में ख़ुशी तो एक खेमे में गम का माहौल हो गया| कार्य करता और पदाधिकारी अपनी-अपनी लगी बुझाने में लग गये| नदीम की शिफारिस करने में पार्टी के एक विधायक की अहम भूमिका बतायी जा रही है| वही पार्टी में जो शिवपाल यादव का नाम लेकर अभी तक राजनीति करते रहे वह अब केबल मुलायम सिंह या अखिलेश का नाम की माला जप रहे है| नये जिलाध्यक्ष को पार्टी में हो रही इस अंदरूनी कलह का सामना करना ही पड़ सकता है|
विश्वास गुप्ता शुक्रवार को भी जिलाध्यक्ष की हैसियत से ही पार्टी कार्यालय पर समर्थको के साथ डटे रहे| उनका कहना है की भविष्य में भी वह प्रतिदिन पार्टी कार्यालय पर बैठेगे| उन्हें नये जिलाध्यक्ष के कोई मलाल नही| वह उनके साथ भी पार्टी के कार्यालय पर आकर पार्टी के लिये काम करते रहेंगे|