फर्रुखाबाद :(कंपिल) नोटबंदी के निर्णय को 35 दिन बीत गए हैं। नकदी के संकट से आमजन त्रस्त है। मंगलवार को कस्बे की कई शाखाओं में कैश की कमी थी। बहुत सी बैंक ऐसी थीं, जहां पैसा नहीं है, के नोटिस चस्पा थे। खाताधारकों में जबर्दस्त गुस्सा था। यही हालत आर्यावर्त ग्रामीण बैंक की शाखा राईपुर चिनहटपुर ग्रामीण बैंक के भी है| मंगलवार को बैंक में सात दिन बाद पैसा बांटा गया जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हुआ| एक जरूरत मंद महिला बैंक के बाहर फुट-फुट कर रो पड़ी|
इन दिनों लोगों की दिनचर्या में बदलाव आ गया है। जो घरेलू महिलाएं घर के कामकाज में व्यस्त रहती थीं, वे तड़के बैंक में पहुंच रही हैं। उनके हाथ में पासबुक, चेक या प्रतिबंधित नोट जमा करने के लिए होते है। कारखाने व फैक्ट्रियों के कर्मचारी भी कैश निकासी के लिए लाइन में लग जाते हैं। शादी ब्याह वाले परिवारीजन भी आ रहे हैं। सबको निराशा मिल रही है। जिन बैंकों में कैश है वे आरबीआई के दिशा निर्देशों को भूल अपने नियमानुसार बांट रहे हैं।
आर्यावर्त ग्रामीण बैंक में मंगलवार को नकदी सात दिन बाद वितरितकी गयी| बैंक में नकदी को लेकर ग्राहक व बैंक अधिकारियों में नोंक-झोंक हुई। कैश की कमी के चलते ग्राहकों को दो हजार रुपये दिए गये। 3 दिन की बैंक की छुट्टी ने किसानों को परेशान कर दिया है।वहीं खड़ी एक महिला मीना देवी पत्नी फौजदार निवासी भोगपुर वहीं खड़ी फूट फूट रो पड़ी उसने बताया कि पति का आपरेशन होना है जिसके लिए रुपयों कि आवश्यकता है और मैं 5 दिन से यहाँ पर चक्कर लगा रही हूँ| बैंक आफ इण्डिया का ATM बन्द था शटर पर लिखा था कैश न होने के कारण बन्द है।