जम्मू:आतंकियों ने एक बार फिर घाटी को हमले से दहला दिया। आतंकियों ने कल रात बारामूला जिले में आर्मी कैंप को निशाना बनाया। सेना ने इसका करारा जवाब देते हुए दो आतंकियों को मार गिराया। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो हुई। इस हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान के शहीद होने, जबकि एक जवान जख्मी होने की खबर है। फिलहाल इलाके में सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है।
तीन दिन पहले हुए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इस बार बारामूला जिले में आतंकियों ने 46 राष्ट्रीय राइफल के कैंप पर हमला किया है। रात 10.30 बजे पहली बार फायरिंग हुई। खबरें ऐसी ही भी हैं कि सेना और आंतकियों के बीच मुठभेड़ के दौरान नियंत्रण रेखा (एलओसी) की ओर से भी फायरिंग की गई यानी आतंकियों को कवर करने की कोशिश हुई। उसके बाद से दोनों तरफ से भारी गोलाबारी हुई। इस हमले के बाद पूरी घाटी अलर्ट पर है।
जानिए अपडेट-
-रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने साउथ ब्लाक में तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक की। उधर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी एनएस और बीएसएफ के डीजी से बात की है।
-एनएसए अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री मोदी को दी जानकारी।
-आतंकियों ने जहां हमला किया था वहां से एक मैगजीन, एक कम्पास, एक GPS और एक वायर कटर मिला है।
जैश-ए-मोहम्मद का हाथ!
जम्मूृ-कश्मीर के बारामूला जिले में आर्मी कैंप पर रविवार रात को हुए आतंकी हमले में बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक इस हमले को पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की डिस्ट्रॉय टीम ने अंजाम दिया। आतंकियों ने रात को अलग-अलग दिशा से हमले को अंजाम दिया।
सूत्रों ने कहा है कि आतंकियों का मकसद एक बार फिर उरी जैसे हमले को अंजाम देना था। आतंकी दो दिन पहले ही हमले के आस-पास के एरिया में आ गए थे और स्थानीय मदद ले रहे थे। आतंकियों को कैंप की पूरी जानकारी नेपाल में बैठे उनके सोर्स से मिल रही थी। जैश के कुछ टाप कमांडर नेपाल मे सक्रिय अपने एजेंटो को जम्मू कश्मीर से सपंर्क में थे। आतंकियों ने झेलम के किनारे बने 46 राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर पहले ग्रेनेड फेंका, जिसके बाद सेना ने भी मौर्चा संभाल लिया। सेना ने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। सेना और आतंकियों के बीच भारी गोलीबारी शुरू हो गई। बताया जा रहा है आतंकी 2 गुटों में आए थे। गोलीबारी इतनी ज्यादा थी दूर तक तेज आवाजें आ रही थी।
बताया जा रहा है कि फायरिंग से पहले आतंकियों ने ग्रेनेड भी फेंके। रात होने की वजह से अभी यह नहीं पता चल सका है कि आतंकी कितनी संख्या में आए थे। राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप पर हमला करने के बाद आतंकी आगे बढ़ने लगे, लेकिन राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप के पास ही बीएसएफ कैंप होने की वजह से बीएसएफ के जवान भी मोर्चे में शामिल हो गए, जिसके बाद आतंकियों के दोनों गुटों को बीएसएफ ने चौतरफा घेर कर वहीं रोक दिया। इस हमले पर केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि सीमा पर देश के प्रहरी हमारी रक्षा के लिए बारामूला में आतंकियों से लड़ रहे हैं। हमारे जवानों ने आतंकियों को घेर लिया है। भगवान जवानों को शक्ति दें।
जय हिंद