फर्रुखाबाद: जाम शहर की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है। सोमबार की दोपहर को आवास विकास से लेकर चौक तक लगे लंबे जाम ने लोगों को बेहाल कर दिया। इसमें गम्भीर मरीजो को ले जा रही कई एम्बुलेंस गाड़ियां भी फंस गई, जिससे मरीज तड़पते रहे|
बीते दिन शहर के रेलवे रोड के एक होटल में आयोजित पीस कमेटी की बैठक में जाम की झाम को पूरे जोर से उठाया गया था| आला अधिकारियो ने उस पर अमल करने की बात भी की थी| लेकिन अधिकारियो का निर्देश दूसरे दिन ही धड़ाम हो गया| दोपहर लगभग 12 बजे विधालयो की जैसे ही छुट्टी हुई उसी समय सड़क ओ जाम ने अपने कब्जे में कर लिया| आवास विकास तिराहे से चौक तक जाम का साम्राज्य हो गया| मजे की बात यह दिखी कि इतनी बड़ी समस्या होने के बाद भी कोई पुलिस कर्मी जाम को खोलते नही दिखा| कई घंटे लगातार जाम लगा रहने से उसमे 108 एम्बुलेंसो के साथ ही साथ निजी अस्पतालों में मरीज गम्भीर मरीज ले जा रही एम्बुलेंस भी अपने हूटर बजाती रही और उसके भीतर मरीज तड़पते नजर आये|
जाम इतना भीषण था कि लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया। पुलिस के द्वारा कोई व्यवस्था ना कराने पर गणेश महोत्सव के प्रथम दिन ही जाम की समस्या में फंसे गणपति| यह स्थिति तकरीबन कई घंटे तक बनी रही।सुबह व दोपहर में लगता है जाम आवास विकास से पक्के पुल तक मुख्य मार्ग होने से वाहनों का आना जाना बना रहता है। दफ्तरों को आने जाने वाले लोग निकल पड़ते हैं। वादकारियों को भी अदालतों पर पहुंचने के लिए जल्दी रहती है। छात्र-छात्राओं के भी स्कूल जाने का समय रहता है। इससे सड़क पर भीड़ जुट जाती है। बेतरतीब वाहनों के चलाने से जाम लग जाता है। सबसे अधिक दिक्कतें सुबह व दोपहर को होती है। इस वक्त निकलना मुश्किल हो जाता है।
संसाधनों का अभाव
दिन प्रतिदिन वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसके सापेक्ष यातायात पुलिस की तैनाती हो रही है और न ही संसाधन मुहैया कराए जा रहे हैं। करीब एक दर्जन यातायात कर्मियों के भरोसे शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने का दावा किया जा रहा है। सिग्नल भी नहीं लगे हैं। सीटी व डंडे के सहारे यातायात व्यवस्था चुस्त रखने का प्रयास किया जा रहा है। अधिकतर यातायात पुलिस कर्मी अपनी डियूटी देने की जगह बेबर रोड पर दिन रात सादा कपड़ो में वाहनों से बसूली करते नजर आते है |