फर्रुखाबाद: क्रन्तिकारी रामनारायण दुबे (आजाद) की पूण्यतिथि पर लोगो ने उनके देश के प्रति बलिदान को याद कर भावभीनी श्रधांजलि दी| उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुये सभी की आँखे नम हो गयी|
शहीद रामनारायण कि पुण्यतिथि पर उनके साहबगंज आवास पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ० सुबोध वर्मा ने जलाकर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया| उनके जीवन के संघर्ष को सार्वजानिक किया | उनके चित्र पर पुष्पांजलि देने के बाद वक्ताओ ने कहा कि जनपद में एक समुदाय का आतंक था| सावन के सोमबार को विश्रांत क्षेत्र में गौकशी का धंधा होता था| 1926 में रामनारायण दुबे ने गौकशी करने वालो को समझाया लेकिन वे नही माने| इसके बाद उन्होंने योजना बनायी कि साबन के पहले सोमबार को वह हथियारों के साथ मौके पर पंहुचे| उनका गौकशी करने वालो के साथ मुठभेड़ हुई| जिसमे कई लोग मारे गये| पुलिस ने गौकशी करने वालो को रोकने वालो पर एफआईआर कर दी| मुकदमा चला और पांच लोगो को आजीवन कैद की सजा मिली| उन्हें काला पानी जाना पड़ा| इसके साथ ही उनके जीवन से जुड़े कई महत्व पूर्ण पहलुओ पर विचार किया गया|
इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता रघुवीर सिंह गंगवार ने की| हिन्दू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा, महासभा जिलाध्यक्ष सुजीत जौहरी, राकेश चन्द्र दीक्षित, अंकित तिवारी,भाजपा नेता रामवीर शुक्ला, आदित्य झा, विकास गुप्ता, बाबी दुबे, पंकज दुबे,पप्पी गुप्ता आदि मौजूद रहे|