फर्रुखाबाद: लेडी डॉन मीरा जाटव की कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। बता दें, उसे एसओ को जान से मारने की धमकी के आरोप और नशीले पदार्थ रखने के आरोप में जेल ले जाया जा रहा था। इसी दौरान उसने जीप से छलांग लगा दी थी और घायल हो गई थी। 30 अप्रैल की रात उसे कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया था। यहां से कानपुर हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था। उसकी सोमबार को सुबह मौत हो गयी| पुलिस कानपुर में ही उसके शव का अंतिम संस्कार करने की तैयारी कर रही है|
मीरा के पिता रामदास का कहना है कि वह बसपा नेता के बेटे को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। वह उसके खिलाफ नाम मुकदमा दर्ज कराएगा। पिता ने बताया की बेटी ने बसपा नेता के बेटे के खिलाफ कन्नौज कोर्ट में केस दाखिल कर रखा है। इसकी सुनवाई 27 अप्रैल को थी। उस दिन बेटी कोर्ट नहीं पहुंच सकी।
पुलिस जीप से कूदी, सिर में लगी थी गंभीर चोटें
लुटेरों की गैंग लीडर लेडी डॉन जिला जज आवास से जेल ले जाते समय पुलिस जीप से कूद गई थी। चलती जीप से कूदने के कारण उसके सिर में गंंभीर चोटें आईं। कमालगंज पुलिस महिला को उठाकर लोहिया अस्पताल में भर्ती किया था|। हालत गंंभीर होने और पूरे जिले में न्यूरो सर्जन उपलब्ध नहीं होने पर उसे देर रात कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया था।
कई आपराधिक मामले थे दर्ज
लेडी डॉन के खिलाफ लूट और चोरी के पहले के कई मामले दर्ज हैं। वहींं, ताजा मामला झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर एक बैंक अधिकारी को ब्लैकमेल करने का था। इस मामले में इस गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार करने पर लेडी डॉन ने कमालगंज थाने के इन्स्पेक्टर को गालियां देकर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर महिला को नशीले पाउडर के साथ गिरफ्तार किया था। जेल ले जाते समय शातिर महिला पुलिस जीप से कूद पड़ी।
एसपी राजेश कृष्णा ने बताया की मीरा की सुबह मौत हो गयी है| उसके शव का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार कानपुर में ही करने की तैयारी चल रही है| परिजनों से वार्ता के बाद फैसला लिया जायेगा |