नई दिल्ली। देशद्रोह के आरोप में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जमकर ड्रामा हुआ। सुनवाई को लेकर यहां बड़ी संख्या में वकील जुटे हुए हैं। इसी दौरान वंदे मातरम का नारा भी लगाया गया।
कन्हैया के मामले में सुनवाई के दौरान भीड़ में खड़े एक वकील ने वंदेमातरम का नारा लगाया। ये नारा तब लगाया जब जिरह करते हुए एक वकील ने कोर्ट को बताया कि प्रशांत भूषण को शर्म आनी चाहिए कि वो कन्हैया का केस लड़ रहे हैं। उन्होंने मालदा के लिए कुछ नहीं किया। इस पर कोर्ट ने कहा कि आप मुद्दे पर बात करें नारेबाज़ी न करें, इस पर वकील ने माफी मांग और फिर सुनवाई शुरू हो गई। देशद्रोह के आरोप में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जमकर ड्रामा हुआ।
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता ने कन्हैया, उसके वकील और पत्रकारों की सुरक्षा की मांग की। साथ ही मांग की कि पटियाला कोर्ट के अंदर पत्रकारों को जाने दिया जाए और उन्हें पूरी सुरक्षा मिले। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोर्ट रूम में 20 लोग दाखिल हो सकते हैं। 5 पत्रकार कोर्टरूम के अंदर और 25 पत्रकार बाहर रह सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कन्हैया को पूरी सुरक्षा दी जाएगी। कन्हैया के साथ 2 रिश्तेदार या 2 छात्र या 2 टीचर रह सकते हैं।
कोर्ट में नारे लगाने वाले वकील राजीव ने कहा कि अगर कोई भारत मुर्दाबाद के नारे लगाएगा तो मैं मरना पसंद करूंगा, लेकिन सुनूंगा नहीं। अदालती कार्यवाही ठीक से चले, उसका दिशा निर्देश सुप्रीम कोर्ट ने दे दिया है। 10 मीटर के अंदर कोई नहीं होगा। मेरी आपत्ति है कि जुलूस यहां आना नहीं चाहिए।