फर्रुखाबाद: सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ में बीते कई वर्षो से उम्र कैद की सजा काट रहा बंदी थाना शमसाबाद के चिलसरा निवासी 75 वर्षीय जुम्मा खां की मौत हो गयी| उनकी मौत पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप जड़ा है|
बीते वर्ष 1994 से जेल में हत्या की सजा काट रहे कैदी जुम्मा खां को गम्भीर हालत में सुबह 8:30 बजे बंदी रक्षक दिलीप कुमार उसे लेकर लोहिया अस्पताल पंहुचे जंहा उसे मृत घोषित कर दिया गया|
मृतक के भतीजे सगीर ने बताया की तकरीबन 20 वर्ष पूर्व परिवारी याकूब खां की हत्या हो गयी थी| जिसमे मृतक कैदी के भाई सुलेमान खां, मुन्ने खां व लाईख खां सहित चारो को वर्ष 1994 में उम्र कैद की सजा हुई थी| जिसके बाद वह आठ साल जेल में रहे फिर पैरोल पर छुट गये थे| पैरोल खत्म होने के वह बीते दो वर्ष पूर्व पुन: जेल में गये थे| मंगलवार को जुम्मा खां का बेटा एख्तर अन्य परिजनों के साथ मुलाकत करके आया था उस समय तक वह ठीक थे लेकिन बुधवार को फोन आया की जुम्मा खां की मौत हो गयी है|
वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीपी त्रिपाठी ने बताया उम्र अधिक होने नकी बजह से वह बीमार चल रहे थे उन्हें जेल के अस्पताल मे भर्ती किया गया था| गुरुवार को सुबह हालत गम्भीर होने पर उन्हें लोहिया अस्पताल भेजा गया जंहा उनकी मौत हो गयी| परिजनों को सूचना दे दी गयी है| शव का पंचनामा कराकर शव परिजनों को सौप दिया जायेगा|