लखनऊ: यूपी में अखिलेश सरकार और विपक्षी दलों के विरोध के बाद राज्यपाल राम नाइक बैकफुट पर आ गए और पुरानी परंपरा के मुताबिक ही विधानसभा पहुंचे। राज्यपाल ने शोर शराबे के बीच अपना पूरा अभिभाषण पढ़ा। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हंगामा मचता रहा। विपक्षी दलों कांग्रेस और बीएसपी ने राज्यपाल वापस जाओ के नारे लगाए।
इससे पहले राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि आज से शुरू हो रहे बजट सत्र में राज्यपाल के विधानसभा पहुंचने पर अब नए प्रोटोकॉल का पालन नहीं होगा। राजभवन के मुताबिक पुरानी परंपरा के मुताबिक ही राज्यपाल सदन में पहुंचेंगे और अभिभाषण देंगे। अखिलेश सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर नई गाइडलाइन मानने से मना कर दिया था। सरकार ने कहा था कि वो गाजे-बाजे के साथ राज्यपाल को रिसीव नहीं करेगी। इस मसले पर हुई सर्वदलीय बैठक में बीजेपी को छोड़कर सभी दलों ने नए प्रोटोकॉल का विरोध किया।
वहीं बीएसपी के नेता विपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि राज्यपाल के लिए नया प्रोटोकॉल राजशाही दिखाता है और वो इसका विरोध करते हैं। राज्यपाल के अभिभाषण के लिए प्रोटोकाल है ऐसे में नए प्रोटोकाल की जरूरत नहीं थी, बैठक में तय हुआ है की संसद की उच्च स्तरीय समिति से इसपर विधिक राय लेने के लिए भेजा जाएगा। बीजेपी को छोड़कर सभी पार्टियों ने मिलकर यह तय किया है कि गवर्नर के लिए अब तक जो प्रोटोकॉल अपनाया जाता रहा है, उसे शुक्रवार से शुरू विधानमंडल सत्र में भी अपनाया जाएगा।
बता दें कि नए प्रोटोकॉल के तहत राज्यपाल का स्वागत पोर्टिको में होना था और उन्हें बैंड-बाजे के साथ विधानसभा तक ले जाना था। उनके साथ सीएम, मिनिस्टर ऑफ पार्लियामेंट्री अफेयर्स और चीफ जस्टिस को मौजूद रहना था। लेकिन नए प्रोटोकॉल पर सहमति नहीं बनने के चलते पुराने प्रोटोकॉल को ही फॉलो किया गया।