पीयूष दादरी वाला ने की नई खोज, दमदार अंक ९

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फर्रुखाबाद: दुनिया की पहली मिररइमेज पुस्तक ” श्रीमद भागवत गीता ” के सभी १८ अध्यायों और ७०० श्लोकों को हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखकर वर्ल्ड रिकार्ड व एशिया बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा एक इतिहास बना चुके पीयूष दादरी वाला ने एक नया कारनामा कर दिखाया है|

ग्रेटर नोयडा में यांत्रिक इंजीनियर एवं बहुराष्ट्रीय कंपनी में तैनात दादरी वाला की पुस्तक ” गणित एक अध्यन” प्रकाशित हो चुकी है| जिसमे उन्होंने स्वयं द्वारा सिद्ध किये गए कई नए तरीके इजाद किये हैं| उन्होंने पास्कल त्रिभुज पर कार्य किया और और उस त्रिभुज के बारे में कई विशेषताएं पता लगाईं|

उन्होंने बताया की जो हम लोग पाईथागोरस प्रमेय व पिरामिड में जो गिनती १ से ९ तक करते हैं वो गलत है| उन्होंने बताया कि इस गिनती को शून्य से शुरू होकर ९ तक जानी चाहिए| दादरी वाला ने गणितीय विधि से यह भी सिद्ध किया है कि पिरामिड वाकई असीम ऊर्जा प्रदान करने वाला स्थान है|

उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण खोज में समकोण त्रिभुज को नया नाम समान्तर श्रेणी समकोण त्रिभुज दिया है| उन्होंने कहा कि ९ अंक पर ही यह दुनिया निर्भर है| इस अंक को वह आईन्सटीन के समीकरण E=mc2 से जोड़ते हैं| उन्होंने बताया कि ९ ही देवियाँ है, ९ ही गृह है, और ९ ही पियूष नियतांक है|

उन्होंने इस तथ्य का उदाहरण भी दिया-

२४ व ३१ अब इनको हम ४ तरीकों से लिख सकते हैं जैसे-

24 x 31 = 744
24 x 13 = 312
42 x 31 = 1302
42 x 13 = 546

उदाहरण नंबर २-

1302 – 744 = 558 = 5 + 5 + 8 = 18 = 1 + 8 = 9
1302 – 546 = 756 = 7 + 5 + 6 = 18 = 1 + 8 = 9
1302 – 312 = 990 = 9 + 9 + 0 = 18 = 1 + 8 = 9
744 – 546 = 198 = 1 + 9 + 8 = 18 = 1 + 8 = 9
744 – 312 = 432 = 4 + 3 + 2 = 9
546 – 312 = 234 = 2 + 3 + 4 = 9

इस उदाहरण में अलग-अलग अंकों का योग हमेशा ९ ही आयेगा|

पियूष दादरी वाला ने ऐसे कई उदाहरण दिए जिनकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते हैं|

संग्रह के शौक़ीन पियूष दादरी वाला

* गणित एक अध्यन व इजी स्पेलिंग्स पुस्तकों के रचयिता यांत्रिक इंजीनियर, कार्टूनिष्ट पियूष दादरी वाला संग्रह के शौक़ीन भी हैं| उनके पास विभिन्न पुरानी वस्तुओं का संग्रह है जिनका १९८२ से एकत्र कर रहे हैं|

पियूष दादरी वाला ने बताया कि हमारे पास दुर्लभ डाक टिकट, सिक्के, प्रथम दिवस आवरण, २५०० पैन, माचिस, सिगरेट, भारतीय नोट व विभिन्न देशों के नोट, विश्व प्रसिद्द लोगों के आटोग्राफ आदि अनगिनत संग्रह है| उन्होंने बताया कि वह इस संग्रह को संग्रहालय के रूप में स्थापित कर राष्ट्र को समर्पित करना चाहते हैं|